वक्फ बोर्ड की तरह सनातन बोर्ड का भी हो गठन, जबलपुर पहुंचे कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर का बड़ा बयान
वक्फ बोर्ड में जब संशोधन बिल की बात आती है तो सभी उनके पक्ष में खड़े हो जाते हैं, लेकिन जब बात तिरुपति बालाजी के प्रसाद में गो चर्बी मिलाकर खिलाए जाने की बात आती है, तो तब कोई कुछ नहीं बोलता है।
द त्रिकाल डेस्क, जबलपुर। वक्फ बोर्ड में जब संशोधन बिल की बात आती है तो सभी उनके पक्ष में खड़े हो जाते हैं, लेकिन जब बात तिरुपति बालाजी के प्रसाद में गो चर्बी मिलाकर खिलाए जाने की बात आती है, तो तब कोई कुछ नहीं बोलता है। यह बात संस्कारधानी जबलपुर पहुंचे कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर महाराज ने कही। देवकीनंदन ठाकुर महाराज ने अपनी बात रखते कहा कि वक्फ बोर्ड की तरह देश में सनातन बोर्ड बनाया जाए।
शहर के एक प्रतिष्ठित सराफा कारोबारी के निवास पर निजी कार्यक्रम में पहुंचे कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर महाराज ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हमें अपना शत्रु कोई भी राजनीतिक दल ना माने, बस एक बात ईमानदारी से यह बता दें कि क्या इस देश में हिंदू रह सकते हैं या नहीं। संविधान इस देश में हिंदुओं को रहने का अधिकार देता है या नहीं। क्या यह संविधान कहता है कि हमारा धर्म भ्रष्ट कर दो। जब यह तमाम तरह के सवाल उठाते हैं तो कोई भी इस पर बात नहीं करता।
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धर्म-संस्कृति बचाने एकजुट हों
कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि इस देश को बचाये रखने में हम अपना योगदान दे सकते हैं। आने वाली पीढ़ी, संस्कृति, धर्म को बचाना है तो सभी हिंदू भाइयों को एक स्वर में उन लोगों को जवाब देना होगा, जो वक्फ बोर्ड के साथ तो खड़े होते हैं, लेकिन सनातन बोर्ड की बात नहीं करते। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म और संस्कृति को बचाने के लिए हिंदुओं का एकजुट होना बहुत ज़रूरी है। अगर हिन्दू समाज ने समर्थन नहीं दिया तो एक दिन संतों की भी हत्याएं होने लगेंगी।
दिल्ली में धर्म संसद 16 नवम्बर को
16 नवंबर को दिल्ली में होने वाली धर्म संसद को लेकर कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि, सभी संत समाज एवं सनातन धर्म संसद करने जा रहा है। जिसमें सभी विषयों को उठाने के लिए बड़ी संख्या में साधु-संत और हिंदू संगठन से जुड़े लोग दिल्ली पहुंच रहे हैं। सभी अपनी बातें रखेंगे और अधिकार की लड़ाई लड़ेंगे। देवकीनंदन ने कहा कि, हम किसी से भीख नहीं मांग रहे हैं। क्योंकि जब हम वोट देते हैं, तभी सरकार बनती है, तो अब सरकार को भी यह सोचना होगा कि आप हमें कैसे इग्नोर कर सकते हैं।
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