फिल्म पुष्पा जैसे विधायक, तस्कर और अफसर मिलकर चलाते हैं सिंडिकेट

मध्य प्रदेश में जंगलों की कटाई की नीतियों को लेकर जबलपुर हाईकोर्ट ने सख्त टिप्पणी की है। एमपी हाई कोर्ट ने कहा कि ‘पुष्पा’ फिल्म में जिस तरह से तस्कर, विधायक और अफसर सिंडिकेट चलाते हैं, वही स्थिति मध्य प्रदेश में भी है।

Mar 5, 2025 - 14:38
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फिल्म पुष्पा जैसे विधायक, तस्कर और अफसर मिलकर चलाते हैं सिंडिकेट
Like the film Pushpa, MLAs, smugglers and officers run a syndicate together

जंगलों की कटाई को लेकर एमपी हाईकोर्ट  की बड़ी टिप्पणी

द त्रिकाल डेस्क, जबलपुर। मध्य प्रदेश में जंगलों की कटाई की नीतियों को लेकर जबलपुर हाईकोर्ट ने सख्त टिप्पणी की है। एमपी हाई कोर्ट ने कहा कि ‘पुष्पा’ फिल्म में जिस तरह से तस्कर, विधायक और अफसर सिंडिकेट चलाते हैं, वही स्थिति मध्य प्रदेश में भी है। इसके साथ ही एमपी हाईकोर्ट की लार्जर बेंच ने प्रदेश सरकार के 24 सितंबर 2019 के नोटिफिकेशन को निरस्त कर दिया है।

बता दें कि सरकार के इस नोटिफिकेशन में 53 प्रकार के पेड़ों की प्रजातियां की कटाई और परिवहन को अनुमति के दायरे से बाहर किया गया था। इस मामले में एमपी हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस सुरेश कुमार कैत की अध्यक्षता वाली तीन जजों की बेंच ने अपने फैसले में टिप्पणी करते हुए कहा कि जिस तरह ‘पुष्पा’ फिल्म में तस्करों और व्यापारियों का सिंडिकेट इतना दबदबा बनाने लगता है कि पुलिस, वन विभाग और अंततः विधायकों तक शासन का कोई भी हिस्सा अछूता नहीं रह जाता। यह दर्शाता है कि कैसे अवैध लकड़ी का व्यापार करने वाले राक्षस-माफिया घने जंगलों में घुस सकते हैं और राज्य मशीनरी के साथ मिलीभगत करके जंगल की प्राकृतिक संपदा को लूट सकते हैं। कार्यपालिका वन उपज विक्रेताओं के ऐसे सिंडिकेट के प्रभाव और दबदबे के आगे झुक जाती है, यही स्थिति मध्य प्रदेश में भी है।

जंगलों की कटाई नीतियों को लेकर हाईकोर्ट सख्त 

जंगलों की अवैध कटाई से जुड़े मामले की सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने सरकार को सख्त निर्देश दिए है. जैसे शासन के सभी 52 विभागों की वेबसाइट पर आदेश का प्रचार-प्रसार कराए जाने का आदेश. साथ ही गोदामों में रखी लड़कियों का व्यापार रोकने तत्काल इनकी जांच किए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं।

Matloob Ansari मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर से ताल्लुक, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर से पत्रकारिता की डिग्री बीजेसी (बैचलर ऑफ जर्नलिज्म) के बाद स्थानीय दैनिक अखबारों के साथ करियर की शुरुआत की। कई रीजनल, लोकल न्यूज चैनलों के बाद जागरण ग्रुप के नईदुनिया जबलपुर पहुंचे। इसके बाद अग्निबाण जबलपुर में बतौर समाचार सम्पादक कार्य किया। वर्तमान में द त्रिकाल डिजीटल मीडिया में बतौर समाचार सम्पादक सेवाएं जारी हैं।