मधुबनी, कलमकारी, गौंड आर्ट से छात्राएं बनेंगी आत्मनिर्भर
शासकीय होमसाइंस कॉलेज में लोक कलाओं पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के अंतर्गत छात्राओं को मधुबनी, कलमकारी, मांडना, गौंड, पिथौरा, सौरा आर्ट की पेंटिंग्स सिखाई गईं।
छात्राओं को रोजगार से जोड़ने के लिए महाविद्यालय में विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इसी कड़ी में शासकीय होमसाइंस कॉलेज में लोक कलाओं पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के अंतर्गत छात्राओं को मधुबनी, कलमकारी, मांडना, गौंड, पिथौरा, सौरा आर्ट की पेंटिंग्स सिखाई गईं। इसके साथ ही क्ले वर्क का प्रशिक्षण दिया गया। क्ले वर्क के अंतर्गत लिप्पन आर्ट के आर्ट पीस तैयार कराए गए। इसी तारतम्य में पेपरमेंसी कला से छात्राओं द्वारा सजावटी मुखोटों का निर्माण किया गया, जो की लोक सज्जा का अद्भुत उदाहरण है।
लगातार 6 दिनों तक चले इस प्रक्षिणण कार्यक्रम में स्त्रोत व्यक्ति के रूप में फ्रीलांस आर्टिस्ट अंजलि राउत उपस्थित रहीं। जिन्होंने छात्राओं को कला की बारीकियों के बारे में बताया और इस आर्ट से कैसे वे आत्मनिर्भर बन सकती हैं। इसके बारे में भी समझाया। वर्तमान समय में विभिन्न प्लेटफॉर्म्स के जरिए हम अपने आर्ट वर्क को दुनिया के किसी भी कोने में पहुंचा सकते हैं। इस विषय पर भी चर्चा की गई। कार्यक्रम का आयोजन प्राचार्य डॉ.समीर शुक्ल के निर्देशन में किया गया। आयोजन में संसाधन प्रबंधन विभाग की विभागाध्यक्ष एवं विवेकानंद प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ.ज्योति जैन, डॉ.प्रभा द्विवेदी की महत्वपूर्ण भूमिका रही। छात्राओं द्वारा बनाई गई सामग्री की प्रदर्शनी के माध्यम से कार्यक्रम का समापन किया गया।