मध्यप्रदेश लोकसभा चुनाव: कांग्रेस ने 22 सीटों पर घोषित किया प्रत्याशी
मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 28 में से 22 सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है। गुना, मुरैना, खंडवा, विदिशा, दमोह, ग्वालियर 6 सीटों पर प्रत्याशियों को लेकर अभी पेंच फंसा हुआ है।
गुना सहित छह सीटों पर उलझा मामला, खजुराहो सीट इंडिया गठबंधन के नाम
मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 28 में से 22 सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है। गुना, मुरैना, खंडवा, विदिशा, दमोह, ग्वालियर 6 सीटों पर प्रत्याशियों को लेकर अभी पेंच फंसा हुआ है। खजुराहो सीट कांग्रेस ने इंडिया गठबंधन के समझौते के तहत समाजवादी पार्टी को दी है। कांग्रेस ने अपने 22 प्रत्याशियों में एक महिला को टिकट दिया है। वहीं, पांच वर्तमान विधायक, एक सांसद और एक राज्यसभा सांसद को प्रत्याशी बनाया है।
सूत्रों का कहना है कि गुना लोकसभा सीट को लेकर मामला उलझा हुआ है पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने यहां से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है जबकि स्थानीय स्तर पर उनके नाम को लेकर सहमति नहीं है जिसके चलते अभी इस सीट के प्रत्याशी को लेकर निर्णय नहीं हो पाया है। वहीं, मुरैना, ग्वालियर, दमोह, खंडवा और विदिशा के प्रत्याशियों को लेकर अभी मंथन किया जा रहा है।
पढ़िए...कौन कहां से लड़ रहा चुनाव
भोपाल-
यहां से भोपाल जिला ग्रामीण के अध्यक्ष अरुण श्रीवास्तव को प्रत्याशी बनाया गया है। मध्य प्रदेश की पहली महिला जिला पंचायत अध्यक्ष भोपाल विमला श्रीवास्तव के बेटे हैं। पुराने कांग्रेसी हैं और ग्रामीण क्षेत्र में ज्यादा सक्रिय हैं। भाजपा ने पूर्व महापौर आलोक शर्मा को टिकट दिया है।
इंदौर-
कांग्रेस ने अक्षय कांति बम को अपना प्रत्याशी बनाया है। अक्षय का नाम कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने ही आगे बढ़ाया है। अक्षय कांति बम आर्थिक रूप से सक्षम हैं। युवा नेता के रूप में उनकी पहचान है। वे जैन समाज से आते हैं ऐसे में जैन समाज का उनको समर्थन मिलता है। वहीं, भाजपा ने वर्तमान सांसद शंकर लालवानी को ही मैदान में उतारा है।
जबलपुर-
यहां से कांग्रेस ने 10 साल से जबलपुर जिला अध्यक्ष दिनेश यादव को प्रत्याशी बनाया है। यादव ओबीसी वर्ग से आते हैं। जबलपुर में कांग्रेस को बड़ा चेहरा हैं। पार्षद रह चुके हैं। पीसीसी के महामंत्री भी रहे हैं। वहीं, यहां से भाजपा ने आशीष सिंह को प्रत्याशी बनाया है। इस सीट से सांसद राकेश सिंह को विधानसभा का चुनाव लड़ाया। जिसके बाद राकेश सिंह ने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
शहडोल (एसटी)-
फुंदेलाल मार्को तीसरे बार के विधायक हैं। वे आदिवासियों के बड़े नेता हैं। उनकी ताकत जमीनी और जनता से जुड़ा होना है। वे अधिकतर अपने बयानों से सुर्खियों में रहते हैं। भाजपा ने शहडोल से सांसद हिमाद्री सिंह पर दोबारा भरोसा जताया है।
उज्जैन-आलोट (एससी)-
कांग्रेस ने तराना से दूसरी बार के विधायक महेश परमार को अपना प्रत्याशी बनाया है। परमार छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय हैं। वे उज्जैन महापौर का चुनाव भी लड़ चुके हैं। हालांकि उनको हार का सामना करना पड़ा था। वहीं, भाजपा ने यहां से सांसद अनिल फिरोजिया को अपना प्रत्याशी घोषित किया है।
राजगढ़-
कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह को टिकट दिया है। दिग्विजय सिंह राजगढ़ से दो बार सांसद रह चुके हैं। वे 33 साल बाद राजगढ़ से चुनाव लड़ेंगे। भाजपा ने यहां से दो बार के सांसद रोडमल नागर को प्रत्याशी बनाया है।
नर्मदापुरम-
तेंदूखेड़ा से पूर्व विधायक संजय (संजू) शर्मा लंबे समय से नर्मदापुरम में काम कर रहे हैं। कमलनाथ के करीबी शर्मा का नर्मदपुरम सीट पर अच्छा प्रभाव और समर्थक वर्ग है। यहां पर भाजपा ने किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष दर्शन सिंह को बनाया है।
रीवा-
यहां से कांग्रेस ने नीलम मिश्रा को टिकट दिया है। नीलम मिश्रा भाजपा से विधायक रह चुकी हैं। अभी उनके पति कांग्रेस के टिकट पर सिमरिया से विधायक हैं। यहां पर भाजपा ने दो बार के सांसद जनार्दन मिश्र को प्रत्याशी बनाया है।
सागर-
चंद्रभूषण सिंह बुंदेला उर्फ गुड्डू राजा कांग्रेस के पूर्व सांसद सुजान सिंह के बेटे हैं। गुड्डू राजा बुंदेला बसपा छोड़ पिछले साल कांग्रेस में शामिल हुए थे। उनको पार्टी ने कांग्रेस का प्रदेश महामंत्री बनाया है। बुंदेलखंड की राजनीति में बुंदेला परिवार का दबदबा रहा है। यहां पर कांग्रेस अरुणोदय चौबे को टिकट देने पर विचार कर रही थी, लेकिन उनके भाजपा में शामिल के बाद पार्टी को बड़े चेहरे की तलाश थी। भाजपा ने यहां से सांसद राजबहादुर सिंह का टिकट काट कर लता वानखेड़े को प्रत्याशी बनाया है।
रतलाम (एसटी)-
कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और आदिवासी वर्ग के बड़े नेता कांतिलाल भूरिया को प्रत्याशी बनाया है। बता दें राहुल की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के समय ही भूरिया ने रतलाम से चुनाव लड़ने के संकेत दे दिए थे। इस सीट से भूरिया पांच बार सांसद रह चुके हैं। यहां पर भाजपा ने मौजूदा सांसद गुमान सिंह डामोर का टिकट काटकर अनिता नागर सिंह चौहान को प्रत्याशी बनाया है।
मंदसौर-
कांग्रेस ने नागदा से पांच बार के विधायक दिलीप सिंह गुर्जर को टिकट दिया है। दिलीप सिंह गुर्जर 2023 का चुनाव हार गए। ओबीसी चेहरा हैं। यहां से भाजपा ने सांसद सुधीर गुप्ता को ही प्रत्याशी बनाया है।
बालाघाट-
कांग्रेस ने युवा नेता सम्राट सारस्वत को प्रत्याशी बनाया है। सम्राट जिला पंचायत बालाघाट के अध्यक्ष हैं। वे पूर्व विधायक अशोक सारस्वत के बेटे हैं। राजपूत समाज से आते हैं। क्षेत्र में सक्रिय हैं। यहां से भाजपा ने बालाघाट से सांसद डॉ. ढाल सिंह बिसेन का टिकट काटकर पार्षद भारती पारधी को दिया है।