मध्यप्रदेश सरकार ने किए 15 आईपीएस अधिकारियों के तबादले किए
मध्य प्रदेश सरकार ने रविवार रात 15 आईपीएस अधिकारियों के तबादले कर दिए। इसमें सबसे ज्यादा चर्चा लोकायुक्त के प्रभारी महानिदेशक जयदीप प्रसाद के तबादले को लेकर हो रही है।

मध्य प्रदेश सरकार ने रविवार रात 15 आईपीएस अधिकारियों के तबादले कर दिए। इसमें सबसे ज्यादा चर्चा लोकायुक्त के प्रभारी महानिदेशक जयदीप प्रसाद के तबादले को लेकर हो रही है। उन्हें सिर्फ छह महीने पहले ही इस पद पर नियुक्त किया गया था, लेकिन अब उन्हें एडीजी, स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एससीआरबी) की जिम्मेदारी सौंपी गई है। हाल ही में जयदीप प्रसाद ने आरटीओ घोटाले में फंसे पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के ठिकानों पर छापा मारा था, जिसके तुरंत बाद उनका तबादला किए जाने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
6 महीने में ही एक्शन से मचा हड़कंप
लोकायुक्त पद पर रहते हुए जयदीप प्रसाद ने कई अहम कार्रवाइयां की थीं। खासतौर पर, उन्होंने आरटीओ घोटाले में फंसे पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के ठिकानों पर छापा मारा था, जिससे सरकार और अफसरशाही में हलचल मच गई थी। लेकिन अब अचानक उनका इस पद से तबादला कर दिया गया है। इससे लोगों के मन में सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह ट्रांसफर सौरभ शर्मा प्रकरण से जुड़ी कार्रवाई का नतीजा है? फिलहाल, सरकार की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है।
अकूत संपत्ति का मालिक निकला सौरभ शर्मा
पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा पर भ्रष्टाचार और अवैध संपत्ति अर्जित करने के गंभीर आरोप थे। लोकायुक्त की टीम ने उनके ठिकानों पर छापेमारी कर कई अहम सबूत जुटाए थे, जिससे यह मामला सुर्खियों में आ गया। इस कार्रवाई के बाद जयदीप प्रसाद की सराहना भी हुई, लेकिन कुछ ही महीनों बाद उनका तबादला कर दिया गया।
सोशल मीडिया पर उठ रहे सवाल
सोशल मीडिया पर कई लोग इस तबादले को सौरभ शर्मा कांड से जोड़ रहे हैं। कुछ का मानना है कि इस कार्रवाई के चलते जयदीप प्रसाद पर दबाव डाला गया, क्योंकि सौरभ शर्मा के कथित संबंध कई प्रभावशाली लोगों से जुड़े थे। हालांकि, सरकार ने इस तबादले को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। इसे प्रशासनिक जरूरतों और नीतिगत बदलावों का हिस्सा माना जा सकता है, लेकिन इतनी जल्दी किए गए इस बदलाव ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
जयदीप प्रसाद की जगह योगेश देशमुख
अब जयदीप प्रसाद की जगह योगेश देशमुख को लोकायुक्त संगठन का प्रभारी महानिदेशक नियुक्त किया गया है। इससे पहले वे एडीजी, इंटेलिजेंस के पद पर कार्यरत थे। माना जा रहा है कि सरकार लोकायुक्त संगठन में नई ऊर्जा और सख्ती लाने के उद्देश्य से यह बदलाव कर रही है। वहीं, इंटेलिजेंस की जिम्मेदारी अब ए. साईं मनोहर को सौंपी गई है।