भव्य, दिव्य, डिजिटल होगा महाकुंभ 2025
आस्था का महापर्व महाकुंभ 2025 में सबको हैरान कर देने वाले नजारे देखने को मिलने वाले हैं। यहां आस्था,स आधुनिकता और संस्कृति का भी संगम देखने को मिलेगा।

आस्था का महापर्व महाकुंभ 2025 में सबको हैरान कर देने वाले नजारे देखने को मिलने वाले हैं। यहां आस्था,स आधुनिकता और संस्कृति का भी संगम देखने को मिलेगा। यह सिर्फ पुण्य की प्राप्ति के लिए नहीं होगा, बल्कि हजारों, लाखों लोगों को रोजगार भी देगा। आधुनिकता के इस दौर में महाकुंभ तकनीकी रूप से काफी अपडेट हुआ है। जहां पर सुविधाओं का अंबार लग गया है। यहां अब अपने गुम नहीं होंगे, बल्कि उन्हें मिलने वाली सुविधाओं की चर्चा अगले कुंभ आने तक होंगी। भव्य, दिव्य और आधुनिकता का यह अनूठा संगम आने वाली पीढ़ियों के बीच भी चर्चा का विषय होगा।
अनुमान है कि 40 करोड़ श्रद्धालु आ सकते हैं
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक सम्मेलन के दौरान बताया कि महाकुंभ 2025 में 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आगमन का अनुमान है। जिससे 2 लाख करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट होने की संभावना है। 2019 के कुंभ मेले से उत्तरप्रदेश की अर्थव्यवस्था में 1.2 लाख करोड़ रुपए का योगदान हुआ था। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि 2024 में जनवरी से सितंबर तक ही काशी विश्वनाथ मंदिर में 16 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु और अयोध्या में 13.55 करोड़ श्रद्धालु आ चुके हैं। जिससे महाकुंभ का अंदाजा लगाया जा सकता है। योगी ने महाकुंभ 2025 को भव्य, दिव्य और डिजिटल आयोजन बताया है। यह सिर्फ एक धार्मिक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक और आध्यात्मिकता को विश्व स्तर पर प्रस्तुत करने का सुनहरा अवसर है। इसकी भव्यता ही है जो विश्व के कोने-कोने से यहां पर आने के लिए लोग अपनी व्यवस्था कर रहे हैं। महाकुंभ में हर रोज 50 लाख से 1 करोड़ लोगों के आने की संभावना है।
तैयारियां भी है खास
महाकुंभ 2025 के लिए संगम के 12 किलोमीटर क्षेत्र में स्नान घाट तैयार किए गए हैं। यह कहा जाता जा सकता है कि महाकुंभ के मेले के लिए अस्थायी नगर बना दिया गया है। जिसमें सुरक्षा व्यवस्था से लेकर आग, पानी, भोजन, ठहरने आदि की तमाम व्यवस्थाएं की गईं हैं। जो उत्तरप्रदेश की आर्थिक व्यवस्था को मजबूत करने में अहम योगदान देंगी।