Jabalpur News :ओएफके में विस्फोट से बिल्डिंग गिरी,दो की मौत
जबलपुर के ओएफके में विस्फोट 13 से ज्यादा कर्मचारी घायल गए वही की हालत गंभीर बानी हुई है,बम फिलिंग के दौरान हुए हादसे में दो कर्मचारियों की मौत हो गई है।
जबलपुर के केंद्रीय सुरक्षा संस्थान आयुध निर्माणी खमरिया में बम फिलिंग सेक्शन में मंगलवार सुबह भीषण ब्लास्ट हो गया। जिसमें बिल्डिंग का एक बड़ा हिस्सा गिर गया, जिसकी चपेट में कर्मचारी आ गए। समाचार लिखे जाने तक दो घायल कर्मचारियों की हॉस्पिटल में मौत हो चुकी है और बिल्डिंग के मलबे में अन्य घायलों के दबे होने की आशंका भी है।घायलों को इलाज के लिए शहर के निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है।
ऑर्डिनेंस फैक्ट्री खमरिया (OFK) प्रबंधन ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। ब्लास्ट (Blast) फैक्ट्री के एफ-6 सेक्शन के बिल्डिंग नंबर 200 में हुआ है। आयुध निर्माणी खमरिया की जीएम सहित अन्य अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। हालांकि अधिकारी अभी मीडिया से कुछ भी जानकारी साझा नहीं कर रहे हैं। वहीं कैंट विधानसभा के विधायक अशोक रोहाणी घायलों को देखने के लिए अस्पताल पहुंचे।
-5 किमी तक विस्फोट की गूंज
जानकारी के मुताबिक फैक्ट्री के एफ-6 सेक्शन में बम फिलिंग का काम चल रहा था। इसी दौरान हाइड्रोलिक सिस्टम में अचानक ही ब्लास्ट हो गया। धमाका इतना तेज था कि 5 किलोमीटर तक आवाज सुनाई दी। घटना के बाद घायल कर्मचारियों को ओएफके अस्पताल ले जाया गया। जहां हालत गंभीर होने पर कर्मचारी रणधीर, श्यामलाल और चंदन को निजी अस्पताल रेफर किया गया। ब्लास्ट कैसे हुआ और किसकी लापरवाही थी, इसकी जांच शुरू कर दी गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसा लगा जैसे भूकंप आया हो
ब्लास्ट के बाद आयुध निर्माणी खमरिया से लगे करीब 5 किलोमीटर के क्षेत्र में विस्फोट की धमक रही। लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए। मानेगांव, चंपानगर, नानक नगर में रहने वाले लोगों ने भी ब्लास्ट की आवाज सुनी।
आधिकारिक बयान का इंतजार
जिस स्थान पर ब्लास्ट हुआ है वह फैक्ट्री का सुरक्षित इलाका है और यहां तक किसी बाहरी व्यक्ति को आने की अनुमति नहीं है इसलिए नुकसान कितना हुआ है यह तो फैक्ट्री से आधिकारिक जानकारी बाहर आने के बाद ही पता लगेगा। ब्लास्ट क्यों हुआ इसकी जानकारी भी फिलहाल सही तौर पर किसी के पास नहीं है। हालांकि, अभी फैक्ट्री की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है लेकिन मरीजों को जब एंबुलेंस से अस्पताल लाया गया तो उस मंजर को देखकर इसका अंदाजा लगाया जा रहा है कि ब्लास्ट कितना भयानक रहा होगा।