मौनी अमावस्या- घाटों पर बड़ी संख्या में पुण्य स्नान के लिए पहुंचे श्रद्धालु

आज बुधवार को माघ मास की अमावस्या है, जिसे मौनी अमावस्या भी कहा जाता है। इस दिन मां नर्मदा के सेठानी घाट और अन्य घाटों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पुण्य स्नान करने के लिए पहुंच रहे हैं।

Jan 29, 2025 - 17:55
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मौनी अमावस्या- घाटों पर बड़ी संख्या में पुण्य स्नान के लिए पहुंचे श्रद्धालु
Mauni Amavasya- A large number of devotees reached the Ghats for holy bath

आज बुधवार को माघ मास की अमावस्या है, जिसे मौनी अमावस्या भी कहा जाता है। इस दिन मां नर्मदा के सेठानी घाट और अन्य घाटों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पुण्य स्नान करने के लिए पहुंच रहे हैं। मौनी अमावस्या को पितृ पर्व माना जाता है, और इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करना शुभ माना जाता है। इस दिन दान और धर्म से पितरों को तृप्त किया जाता है, यही कारण है कि लोग इस दिन विशेष रूप से स्नान करते हैं।

शास्त्रों के अनुसार, मौनी अमावस्या पर नर्मदा, गंगा, सिंधु, कावेरी जैसी पवित्र नदियों में स्नान करने से सभी दोष समाप्त होते हैं। इस दिन लाखों श्रद्धालु मां नर्मदा में डुबकी लगाने जाते हैं। माघ माह को हिन्दू धर्म में बहुत पवित्र माना जाता है, और ग्रंथों के अनुसार, इस दिन से द्वापर युग की शुरुआत हुई थी, जिससे इस अमावस्या का विशेष महत्व है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने नर्मदा नदी के घाटों पर विशेष व्यवस्थाएं की हैं।

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, अमावस्या के दिन दान देने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। इस दिन तेल, तिल, सूखी लकड़ी, कंबल, गरम वस्त्र, काले कपड़े, जूते आदि दान करना चाहिए। इसके साथ ही मौनी अमावस्या के दिन मौन रखने का भी महत्व है, क्योंकि इससे विशेष ऊर्जा मिलती है। इस दिन अच्छे कर्म करने से गरीबी दूर होती है और सफलता प्राप्त होती है।