दमोह के स्वदेशी मेले से मुस्लिम दुकानदारों को निकाला 

मध्य प्रदेश के दमोह जिले के तहसील मैदान में विगत 14 नवंबर से आयोजित स्वदेशी मेला अब विवादों में घिर गया है।

Nov 20, 2024 - 15:38
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दमोह के स्वदेशी मेले से मुस्लिम दुकानदारों को निकाला 
Muslim shopkeepers were removed from the Swadeshi fair in Damoh

नाराज व्यापारियों ने आयोजकों पर लगाए धार्मिक भेदभाव के आरोप

मध्य प्रदेश के दमोह जिले के तहसील मैदान में विगत 14 नवंबर से आयोजित स्वदेशी मेला अब विवादों में घिर गया है। दरअसल मेले में दुकान लगाने वाले दूसरे सूबों के मुस्लिम व्यापारियों ने आरोप लगाया है कि उन्हें मेले से निकाला जा रहा है। जबकि आयोजकों ने अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि ऐसा नहीं है, वेंडर के माध्यम से जो व्यापारी मेले में दुकान लगाए थे, वेंडर ही उन्हें कही दूसरे मेले में पहुंचा रहा है। 

क्या कहते हैं मुस्लिम व्यापारी-

यूपी के आगरा से दमोह मेले में दुकान लगाने पहुंचे मोहम्मद राशिद, कश्मीर के शाहिद, लखनऊ और सागर के मुस्लिम व्यापारियों का कहना है कि उन्हें मेले में बुलाया गया था। वह पांच दिन पहले यहां आ गए थे। तीन-चार दिन से वह अपनी दुकानें संचालित कर रहे थे। अचानक रविवार शाम को आयोजन समिति के कुछ लोग आए और कहने लगे कि यहां समुदाय विशेष के लोगों को दुकान लगाने की अनुमति नहीं है, वह अपनी दुकान समेटकर चले जाएं। राशिद के मुताबिक करीब आठ से 10 दुकानदारों को मेले से हटाया गया है। हालांकि मेले से अपनी दुकानें समेटने के बाद मुस्लिम दुकानदारों द्वारा लिखित रूप से कहीं पर कोई शिकायत नहीं की गई। वहीं, दमोह कलेक्टर सुधीर कोचर का कहना है कि उनके पास कोई लिखित शिकायत नहीं आई है। 

ऐसा कुछ नहीं हुआ-

स्वदेशी मेला के सहसंयोजक श्रीराम पटेल का कहना है कि मेले में इस तरह की कोई बात नहीं हुई है। आयोजकों द्वारा किसी के लिए भी नहीं हटाया गया है। यहां मेले में जो दुकान आई थी, वह वेंडर के माध्यम से आई थी। मुझे पता चला है कि किसी वेंडर ने ही उन दुकानदारों को किसी दूसरे मेले में शिफ्ट किया है।

Matloob Ansari मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर से ताल्लुक, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर से पत्रकारिता की डिग्री बीजेसी (बैचलर ऑफ जर्नलिज्म) के बाद स्थानीय दैनिक अखबारों के साथ करियर की शुरुआत की। कई रीजनल, लोकल न्यूज चैनलों के बाद जागरण ग्रुप के नईदुनिया जबलपुर पहुंचे। इसके बाद अग्निबाण जबलपुर में बतौर समाचार सम्पादक कार्य किया। वर्तमान में द त्रिकाल डिजीटल मीडिया में बतौर समाचार सम्पादक सेवाएं जारी हैं।