NAVRATRI 2024: एमपी की सबसे ऊंची प्रतिमा जबलपुर में स्थापित
जबलपुर में इस बार एमपी की सबसे ऊंची प्रतिमा भी विराजी गई हैं। जबलपुर के बम्हनी, बरेला की काली माता 51 फीट की हैं, जिन्हें प्रदेश की सबसे ऊंची काली प्रतिमा माना जा रहा है।
बरेला में 51 फीट माँ काली की प्रतिमा स्थापित
देश भर में नवरात्र की धूम है। सभी माता की भक्ति में डूबे हैं। मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर के अलग-अलग हिस्सों में माता विराजी हैं। जबलपुर में इस बार एमपी की सबसे ऊंची प्रतिमा भी विराजी गई हैं। जबलपुर के बम्हनी, बरेला की काली माता 51 फीट की हैं, जिन्हें प्रदेश की सबसे ऊंची काली प्रतिमा माना जा रहा है। इनकी स्थापना के लिए समिति बांसों का बड़ा ढांचा तैयार करने के बाद झांकी सजाने में जुटी हुई है।
एक हजार पंडालों में विराजेंगी देवियां-
संस्कारधानी में इस बार नवरात्र पर्व पर जबरदस्त उत्साह देखने मिल रहा है। इस साल नवरात्र में शहर के अलग-अलग इलाकों में 1000 से अधिक पंडालों में माता रानी की प्रतिमायें सजाई जाएंगी। नवरात्री के दिन शुभ मुहूर्त में कई पण्डालों में मां दुर्गा की प्रतिमा विराजित की गई।
बगलामुखी सिद्धपीठ शंकराचार्य मठ सिविक सेंटर के साथ त्रिपुर सुंदरी मंदिर तेवर, छोटी खेरमाई, बड़ी खेरमाई और बूढ़ी खेरमाई मंदिरों में भी ज्योति कलश स्थापित किए गए। भक्तों ने नौ दिनों तक श्रद्धाभाव से सेवा और पूजा करने के लिए जवारे बोए। इन सभी देवी मंदिरों में गुरुवार को देश-विदेश से आए भक्तों ने मनोकामना अखंड ज्योति कलश की स्थापना की। इसके अलावा देवी उपासकों ने अपने घरों में भी घटस्थापना की और जवारे बोए।
11 अक्टूबर को नवमीं-
इस साल शारदीय नवरात्रि पूरे नौ दिनों तक मनाई जाएंगी। विशेष रूप से अष्टमी तिथि, जो 10 अक्टूबर को है, महा पुण्यदायिनी मानी जाती है। इस दिन माता के महागौरी रूप की पूजा का महत्व होता है। आचार्य जनार्दन शुक्ला के अनुसार, नवमी तिथि 11 अक्टूबर को रहेगी, जिसमें हवन और अन्य धार्मिक अनुष्ठान किए जाएंगे, और इसके बाद दशमी तिथि की शुरुआत होगी।