8 जून को नहीं होगा नरेंद्र मोदी का शपथ ग्रहण, ऐन मौके पर बदली तारीख, अब 9 जून को लेंगे शपथ
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को लोकसभा चुनाव में 293 सीटें मिलीं। नरेंद्र मोदी को एनडीए का नेता चुना गया। सभी घटक दलों ने अपने समर्थन का पत्र सौंप दिया है। अब मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेंगे।
लोकसभा चुनाव 2024 का रिजल्ट जारी होने के बाद दिल्ली में सरकार बनाने की खींचातानी अभी भी जारी है। नरेंद्र मोदी 9 जून की शाम 6 बजे प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को लोकसभा चुनाव में 293 सीटें मिलीं। नरेंद्र मोदी को एनडीए का नेता चुना गया। सभी घटक दलों ने अपने समर्थन का पत्र सौंप दिया है। अब मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। हालांकि उनके शपथ ग्रहण समारोह की तारीख को लेकर संशय बना हुआ है। बताया जा रहा कि प्रधानमंत्री पद की शपथ ग्रहण समारोह की तारीख में बदलाव कर दिया गया है। अब मोदी नौ जून को शाम छह बजे तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। इससे पहले यह कार्यक्रम आठ जून को होना था। मीडिया रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। शपथ ग्रहण समारोह को भव्य बनाने की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इसमें विदेशी मेहमानों को आमंत्रित किया गया है।
राष्ट्रपति को सौंपा था त्याग पत्र-
मोदी ने शपथ ग्रहण समारोह से पहले बुधवार को राष्ट्रपति मुर्मू को अपना त्याग पत्र सौंप दिया था। राष्ट्रपति ने नरेंद्र मोदी और उनके मंत्रियों का त्याग पत्र को स्वीकार कर लिया और साथ ही नए सरकार के गठन तक कार्यवाहक प्रधानमंत्री बने रहने का आग्रह किया।
एनडीए के 21 नेताओं ने पत्र पर किया हस्ताक्षर-
एक दिन पहले ही एनडीए ने सर्वसम्मिति से नरेंद्र मोदी को अपना नेता मान लिया है। नई दिल्ली में बुधवार को हुई बैठक में एनडीए के 21 नेताओं ने एक पत्र पर हस्ताक्षर करके मोदी को अपना नेता स्वीकृत किया। जिससे नरेंद्र मोदी के एक बार फिर से प्रधानमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया है। एनडीए की बैठक के प्रस्ताव में कहा गया कि एनडीए के दलों ने लोकसभा चुनाव 2024 नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एकजुटता के साथ लड़ा और जीता। हम सभी नरेंद्र मोदी को सर्वसम्मति से एनडीए को अपना नेता चुनते हैं. नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार भारत के गरीब-महिला-युवा-किसान और शोषित, वंचित व पीड़ित नागरिकों की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध