अब खनिज ढोने वाले वाहनों पर सरकार लगाएगी बारकोड
जिले में खनिज का अवैध परिवहन रोकने आई तकनीक का उपयोग किया जाएगा। अवैध परिवहन पर ऑनलाइन मॉनिटरिंग करने के लिए 3 ई-चेक गेट प्रस्तावित किए हैं।

चेक नाके से होगी अवैध परिवहन पर निगरानी
द त्रिकाल डेस्क, जबलपुर। जिले में खनिज का अवैध परिवहन रोकने आई तकनीक का उपयोग किया जाएगा। अवैध परिवहन पर ऑनलाइन मॉनिटरिंग करने के लिए 3 ई-चेक गेट प्रस्तावित किए हैं। इनमें से दो ई-चेक पोस्ट नेशनल हाईवे पर स्थापित होना है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के द्वारा इसकी अनुमति दे दी गई है। आगामी 10 से 15 दिनों में यह ई चेक पोस्ट स्थापित किए जाएंगे। वहीं तीसरा ई चेक गेट एमपीआरडीसी रोड पर बनाया जाएगा और इसमें एक माह के भीतर कार्यवाही होना संभावित है।
-मानव रहित होंगे ई चेक पोस्ट
खनिज अधिकारी रत्नेश दीक्षित ने बताया कि, खनिज के अवैध परिवहन रोकने बरनू तिराहे के पास नेशनल हाईवे और एमपी आरडीसी रोड पर पर बनाए जा रहे ई चेक पोस्ट मानव रहित होंगे। इन चेक पोस्टों पर हाई डेफिनेशन कैमरे लगाए जाएंगे। जिसके जरिए खनिज वाहनों की जांच की जाएगी। इसका कमांड सेंटर भोपाल में और जिला स्तर पर जबलपुर में बनाया जाएगा। ई चेक गेट से मिलने वाली जानकारी कमांड सेंटर भोपाल और जबलपुर को मिलेगी इसके बाद अनियमितता पाए जाने पर कार्यवाही की जाएगी। वहीं विभागीय अमले को भी इसके लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।
-कैमरे से रखी जायेगी नजर
नए इंतजामों के अनुसार,स्वीकृत खदानों से खनिज का परिवहन करने वाले वाहनों पर बारकोड लगाए जाएंगे। ई-चेक नाकों पर कैमरे की मदद से वाहनों में लगी बारकोड को स्कैन किया जाएगा। उसका डेटा भोपाल एवं जबलपुर स्थित कमांड सेंटर में पहुंच जाएगा। इस तरह से वाहनों में ले जाई जा रही खनिज की मात्रा और अन्य जानकारी का पता लग सकेगा। बारकोड लगाने में परिवहन विभाग की भी मदद ली जाएगी। ई चेक नाके बनने से अवैध रूप से खनिज का परिवहन किए जाने की घटनाओं पर अंकुश लग सकेगा।