अब खनिज ढोने वाले वाहनों पर सरकार लगाएगी बारकोड 

जिले में खनिज का अवैध परिवहन रोकने आई तकनीक का उपयोग किया जाएगा। अवैध परिवहन पर ऑनलाइन मॉनिटरिंग करने के लिए 3 ई-चेक गेट प्रस्तावित किए हैं।

Dec 23, 2024 - 17:00
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अब खनिज ढोने वाले वाहनों पर सरकार लगाएगी बारकोड 
Now the government will put barcodes on vehicles carrying minerals

चेक नाके से होगी अवैध परिवहन पर निगरानी

द त्रिकाल डेस्क, जबलपुर। जिले में खनिज का अवैध परिवहन रोकने आई तकनीक का उपयोग किया जाएगा। अवैध परिवहन पर ऑनलाइन मॉनिटरिंग करने के लिए 3 ई-चेक गेट प्रस्तावित किए हैं। इनमें से दो ई-चेक पोस्ट नेशनल हाईवे पर स्थापित होना है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के द्वारा इसकी अनुमति दे दी गई है। आगामी 10 से 15 दिनों में यह ई चेक पोस्ट स्थापित किए जाएंगे। वहीं तीसरा ई चेक गेट एमपीआरडीसी रोड पर बनाया जाएगा और इसमें एक माह के भीतर कार्यवाही होना संभावित है।

-मानव रहित होंगे ई चेक पोस्ट

खनिज अधिकारी रत्नेश दीक्षित ने बताया कि, खनिज के अवैध परिवहन रोकने बरनू तिराहे के पास नेशनल हाईवे और एमपी आरडीसी रोड पर पर बनाए जा रहे ई चेक पोस्ट मानव रहित होंगे। इन चेक पोस्टों पर हाई डेफिनेशन कैमरे लगाए जाएंगे। जिसके जरिए खनिज वाहनों की जांच की जाएगी। इसका कमांड सेंटर भोपाल में और जिला स्तर पर जबलपुर में बनाया जाएगा। ई चेक गेट से मिलने वाली जानकारी कमांड सेंटर भोपाल और जबलपुर को मिलेगी इसके बाद अनियमितता पाए जाने पर कार्यवाही की जाएगी। वहीं विभागीय अमले को भी इसके लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।

-कैमरे से रखी जायेगी नजर

नए इंतजामों के अनुसार,स्वीकृत खदानों से खनिज का परिवहन करने वाले वाहनों पर बारकोड लगाए जाएंगे। ई-चेक नाकों पर कैमरे की मदद से वाहनों में लगी बारकोड को स्कैन किया जाएगा। उसका डेटा भोपाल एवं जबलपुर स्थित कमांड सेंटर में पहुंच जाएगा। इस तरह से वाहनों में ले जाई जा रही खनिज की मात्रा और अन्य जानकारी का पता लग सकेगा। बारकोड लगाने में परिवहन विभाग की भी मदद ली जाएगी। ई चेक नाके बनने से अवैध रूप से खनिज का परिवहन किए जाने की घटनाओं पर अंकुश लग सकेगा।

Matloob Ansari मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर से ताल्लुक, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर से पत्रकारिता की डिग्री बीजेसी (बैचलर ऑफ जर्नलिज्म) के बाद स्थानीय दैनिक अखबारों के साथ करियर की शुरुआत की। कई रीजनल, लोकल न्यूज चैनलों के बाद जागरण ग्रुप के नईदुनिया जबलपुर पहुंचे। इसके बाद अग्निबाण जबलपुर में बतौर समाचार सम्पादक कार्य किया। वर्तमान में द त्रिकाल डिजीटल मीडिया में बतौर समाचार सम्पादक सेवाएं जारी हैं।