हाथों में झाड़ू थामकर शहर की सफाई करेंगे विपक्षी पार्षद...
नगर निगम की मौजूदा सत्ता के खिलाफ विपक्ष का गुस्सा एक बार फिर फुट पड़ा है।

करोड़ों की टैक्स वसूली के बावजूद सुविधाएं न मिलने से तमतमाया विपक्ष
जबलपुर- नगर निगम की मौजूदा सत्ता के खिलाफ विपक्ष का गुस्सा एक बार फिर फुट पड़ा है। कांग्रेस पार्षद दल ने नगर सत्ता के खिलाफ सिलसिलेवार आंदोलन का ऐलान करते हुए सत्ता की नाकामियों को उजागर करने की शुरुआत कर दी है। कांग्रेस पार्षद दल के बैनर तले विपक्षी पार्षदों ने सबसे पहले क्षेत्रीय बस स्टैंड स्थित संभाग क्रमांक 4 और 16 के कार्यालय में दस्तक दी और अधिकारियों का ध्यान जनहित से जुड़ी समस्याओं की ओर दिलाया। विपक्ष के पार्षदों का आरोप है कि नगर सत्ता के संरक्षण में अधिकारी बेलगाम हो गए हैं जिसके चलते वार्डों में नागरिकों को सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। सड़क, पानी और सफाई जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए लोगों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं बावजूद इसके उनकी कोई भी सुनवाई नहीं हो रही है। डोर टू डोर कचरा कलेक्शन से लेकर पेयजल सप्लाई पर विपक्ष ने गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
जमीन पर बैठकर अफसरों से चर्चा -
जबलपुर नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष अमरीश मिश्रा के नेतृत्व में पहुंचे कांग्रेस पार्षद दल और अन्य कार्यकर्ताओं ने ज़ोन कार्यालय के सामने जोरदार नारेबाजी के साथ प्रदर्शन शुरू कर दिया। गुस्से से तमतमाए विपक्ष के पार्षद जोन कार्यालय के पास ही जमीन पर बैठ गए और अधिकारियों को भी वहीं आकर चर्चा करने की मांग पर अड़े रहे। विपक्षी पार्षदों का कहना है कि संभाग के अंतर्गत आने वाले वार्डों में घर घर से कचरा संग्रहण करने वाली गाड़ियां कई दिनों से नहीं आ रही है जिसके चलते घरों से लेकर इलाकों में कचरे का अंबार लगा हुआ है। अफसरों से कई बार चर्चा करने के बाद भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है जिसके चलते उन्हें आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ा है।
तो झाड़ू थाम कर शहर की सफाई करेंगे कांग्रेस पार्षद -
संभाग क्रमांक 6 और 14 के घेराव और प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसी पार्षदों ने यह ऐलान भी कर दिया है कि अगर जल्द से जल्द उनकी समस्याओं का निराकरण नहीं हुआ और नागरिकों को राहत नहीं दी गई तो वे खुद ही हाथों में झाड़ू थाम कर शहर की सफाई व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए निकलेंगे। शुरुआत विजयनगर चौक से की जाएगी जिसमें कांग्रेसी सड़कों और नालियों की सफाई के साथ ही पेयजल व्यवस्था को दुरुस्त करने की मुहिम चलाएंगे। नेता प्रतिपक्ष अमरीश मिश्रा और पूर्व पार्षद जितिन राज का आरोप है कि नगर सत्ता के संरक्षण के चलते अधिकारी निरंकुश हो गए हैं और उन्हें जनता की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है।