जबलपुर में ओशो म्यूजिक एंड मेडिटेशन फेस्टिवल 8 दिसंबर से

जबलपुर स्थित भेड़ाघाट की संगमरमरी वादियों के बीच माँ नर्मदा के आँचल में संगीत और ध्यान का संगम होगा।

Dec 4, 2024 - 16:29
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जबलपुर में ओशो म्यूजिक एंड मेडिटेशन फेस्टिवल 8 दिसंबर से
Osho Music and Meditation Festival in Jabalpur from 8 December

संगमरमरी वादियों में गूंजेगी पं. हरिप्रसाद चौरसिया की बाँसुरी, जाने-माने ड्रमर शिवमणि और तबला वादक ओजस भी देंगे प्रस्तुति 

द त्रिकाल डेस्क, जबलपुर। जबलपुर स्थित भेड़ाघाट की संगमरमरी वादियों के बीच माँ नर्मदा के आँचल में संगीत और ध्यान का संगम होगा। ओशो की नगरी यानी संस्कारधानी में ओशो म्यूजिक एंड मेडिटेशन फेस्टिवल का आयोजन 8 से 15 दिसंबर तक ओशो होम आश्रम भेड़ाघाट में किया जाएगा। 

जानी-मानी कला हस्तियां देंगी प्रस्तुतियां-

ओशो जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में होने जा रहे इस विशेष कार्यक्रम के आयोजकों स्वामी श्रीला प्रेम पारस व माँ रेबेका ने बताया कि नगर परिषद् भेड़ाघाट व जबलपुर जिला प्रशासन के सहयोग से यह भव्य आयोजन होगा। इसमें प्रख्यात बाँसुरी वादक पद्मविभूषण पं. हरिप्रसाद चौरसिया, प्रख्यात इमर पदम श्री शिवमणि, विश्व के जाने-माने सबसे युवा तबला वादक ओजस अधिया, प्रसिद्ध ढोलक वादक गिरीश विश्वा, स्वामी चैतन्य कीर्ति शामिल होंगे। इतना ही नहीं सारेगामापा विजेता नीलांजना रे, इंडियन आइडल फेम सवाई मट्ट, एसआरजीएमपी फेम शरद शर्मा सुरों का जादू चलाएँगे। 

नर्मदा के आंचल में सुकून-

स्वामी श्रीला प्रेम पारस ने बताया कि ओशो ने जबलपुर में ही ध्यान और साधना की है, जबलपुर में उनका ध्यान साधना केंद्र पुणे आश्रम के समकक्ष बनाना है, वहीं स्विट्जरलैंड से पहुंचीं माँ रेबेका ने कहा कि माँ नर्मदा के आँचल में मन को सुकून मिलता है, ध्यान की दृष्टि से ये स्थल अत्यंत महत्वपूर्ण है। सदस्यों ने बताया कि ध्यान साधक यदि इस आयोजन से जुड़ना चाहते हैं तो वे रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। ध्यान के विभिन्न सत्रों में कुंडलिनी, विपश्यना, ओशो चक्र, डायनेमिक मेडिटेशन आदि का अभ्यास कराया जाएगा।

ओशो म्यूजिक एंड मेडिटेशन फेस्टिवल में ये होंगे आयोजन-

- 8 दिसंबर को शाम 6.30 बजे सूफी मनोज, मुंबई के कलाकारों द्वारा नाटक, प्रार्थना और प्रेरणा पर आधारित सूफी बर्लिंग शो की प्रस्तुति होगी।
- 9 दिसंबर को दोपहर 12 बजे डांस सेलिब्रेशन, शाम 6.30 बजे स्थानीय कलाकारा ं द्वारा लोकनृत्य संध्या का आयोजन किया जाएगा।
10 दिसंबर को शाम 7.30 बजे प्रख्यात ड्रमर पदम श्री शिवमणि के साथ ही बॉलीवुड संगीतकार स्वामी श्रीला प्रेम पारस जी की संयुक्त जुगलबंदी कर संगीत का जादू चलाएँगे।
- 11 दिसंबर को शाम 6.30 बजे पं. पदम विभूषण हरिप्रसाद चौरसिया द्वारा बाँसुरी वादन किया जाएगा। तत्पश्चात 8:30 पर सारे गा मा पा के कलाकारों सवाई भट्ट, नीलांजना रॉय, शरद शर्मा व गिरीश विश्वा के साथ ही इंडियन आइडल बैंड द विश्व रॉकर्स की मंत्रमुग्ध कर देने वालीं प्रस्तुतियाँ होंगी।
-12 दिसंबर को शाम 8.30 बजे से इंडिया गॉट टैलेंट फेम अग्रोही रैपर परफॉर्म करेंगी।
-13 दिसंबर को स्वामी श्रीला प्रेम पारस और बैंड सुरखुमारी, ध्वनि से शांति की ओर...एक शानदार आध्यात्मिक यात्रा पर लेकर जाएँगे।
-14 दिसंबर को सुबह 9.30 बजे स्वामी चैतन्य कीर्ति के सानिध्य में तंत्र प्राण ध्यान उत्सव व शाम 7.30 बजे मेडिटेटर्स गॉट टैलेंट का आयोजन होगा।
-- 15 दिसंबर को शाम 6.30 बजे डायनेमिक मेडिटेशन किया जाएगा।

Matloob Ansari मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर से ताल्लुक, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर से पत्रकारिता की डिग्री बीजेसी (बैचलर ऑफ जर्नलिज्म) के बाद स्थानीय दैनिक अखबारों के साथ करियर की शुरुआत की। कई रीजनल, लोकल न्यूज चैनलों के बाद जागरण ग्रुप के नईदुनिया जबलपुर पहुंचे। इसके बाद अग्निबाण जबलपुर में बतौर समाचार सम्पादक कार्य किया। वर्तमान में द त्रिकाल डिजीटल मीडिया में बतौर समाचार सम्पादक सेवाएं जारी हैं।