डिंडोरी: पहलगाम आतंकी हमले में फिर भड़काऊ टिप्पणी पर हुई गिरफ्तारी
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले से जुड़ी भड़काऊ सोशल मीडिया पोस्ट्स के मामले में मध्य प्रदेश पुलिस ने चौथी गिरफ्तारी की है।

मध्यप्रदेश में अब तक 4 हुए गिरफ्तार
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले से जुड़ी भड़काऊ सोशल मीडिया पोस्ट्स के मामले में मध्य प्रदेश पुलिस ने चौथी गिरफ्तारी की है। पुलिस ने यह कार्रवाई उन व्यक्तियों के खिलाफ की है जिन्होंने सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक और भड़काने वाली सामग्री साझा की थी। अब तक इस प्रकरण में कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
ताजा मामला मध्य प्रदेश के डिंडोरी जिले से सामने आया है, जहां एक महिला गेस्ट लेक्चरर के खिलाफ धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि आदर्श महाविद्यालय में कार्यरत लेक्चरर नसीम बानो ने व्हाट्सऐप स्टेटस पर एक विवादित वीडियो साझा किया था, जो हालिया आतंकी हमले से जुड़ा बताया जा रहा है। इस पोस्ट के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार रात सिटी कोतवाली के बाहर प्रदर्शन कर लेक्चरर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। शिकायत के आधार पर उन पर धार्मिक भावनाएं भड़काने की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
ABVP नेताओं का कहना है कि डॉ. नसीम बानो ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। वहीं, डॉ. बानो के परिवार ने अपनी ओर से सफाई देते हुए कहा है कि किसी अन्य व्यक्ति ने उनके व्हाट्सऐप अकाउंट से वह वीडियो शेयर किया था। परिवार का दावा है कि वीडियो उन्होंने न तो खुद बनाया और न ही जानबूझकर शेयर किया, बल्कि यह गलती से हुआ। उनका यह भी कहना है कि इस पूरे मामले को बेवजह धार्मिक रंग देकर तूल दिया जा रहा है।
जबलपुर से भी हो चुकी है गिरफ्तारी
गौरतलब है कि इससे पहले गुरुवार को जबलपुर पुलिस ने 27 वर्षीय मोहम्मद ओसाफ खान को गिरफ्तार किया था। उस पर आरोप है कि उसने पहलगाम हमले से जुड़ी एक पोस्ट पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। खान ने एक तस्वीर पर कमेंट करते हुए लिखा था कि लाश के पास खड़ी रोती हुई महिला की जांच होनी चाहिए, क्योंकि संभव है कि उसी ने शूटर को सुपारी दी हो और मौका मिलते ही अपने पति को मरवा दिया हो।
दमोह से हुई थी शुरूआत
दमोह जिले में भी दो युवकों को सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। इस संबंध में जबलपुर के एसपी संपत उपाध्याय ने आम जनता से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर भड़काऊ या आपत्तिजनक सामग्री साझा करने से बचें। पुलिस का कहना है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लगातार निगरानी रखी जा रही है और जो भी व्यक्ति ऐसी पोस्ट करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। नागरिकों से आग्रह किया गया है कि वे सोशल मीडिया का जिम्मेदारी से इस्तेमाल करें और ऐसी कोई भी पोस्ट न करें जिससे किसी की भावनाएं आहत हों। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि वे हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं और किसी को भी कानून हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।