पेरिस ओलंपिक 2024 : सेरेमनी के दौरान कुछ खिलाड़ियों को बोट पर चढ़ने से रोका गया
पेरिस ओलंपिक 2024 का आगाज सीन नदी पर हुए ऐतिहासिक ओपनिंग सेरेमनी के साथ हो गया है। ये पहला मौका था जब ओलंपिक की ओपनिंग सेरेमनी मैदान से बाहर रखी गई। चार घंटे चली सेरेमनी में कई स्टार्स ने हिस्सा लिया।
पहली बार मदन से बाहर हुई ओपनिंग सेरेमनी, चार घंटे तक चला कार्यक्रम
पेरिस ओलंपिक 2024 का आगाज सीन नदी पर हुए ऐतिहासिक ओपनिंग सेरेमनी के साथ हो गया है। ये पहला मौका था जब ओलंपिक की ओपनिंग सेरेमनी मैदान से बाहर रखी गई। चार घंटे चली सेरेमनी में कई स्टार्स ने हिस्सा लिया। पॉप स्टार लेडी गागा, आया नाकामुका जैसे सुपर स्टार्स परफॉर्म करते नजर आए। वहीं, 6 किलोमीटर लंबी परेड ऑफ नेशंस में 206 देशों के 6500 से ज्यादा एथलीट्स ने 94 बोट पर सवार होकर हिस्सा लिया। इस दौरान कुछ खिलाड़ियों को बोट पर चढ़ने से रोका भी गया।
ओपनिंग सेरेमनी की परेड में नहीं हुई इन खिलाड़ियों एंट्री
परेड में सबसे पहले ग्रीस का दल आया, क्योंकि इसी देश में मॉर्डन ओलिंपिक गेम्स की शुरुआत हुई थी। वहीं, फ्रांस सबसे आखिरी में आया क्योंकि वह मेजबान है। इस दौरान नाइजीरिया का दल काफी सुर्खियों में रहा। जानकारी के मुताबिक, नाइजीरिया की महिला बास्केटबॉल टीम को पेरिस ओलंपिक की ओपनिंग सेरेमनी के लिए प्रतिनिधिमंडल की नाव पर चढ़ने नहीं दिया गया।
नाइजीरिया की महिला बास्केटबॉल टीम को नाइजीरियाई अधिकारी ने नाव पर चढ़ने से रोका गया। इसके पीछे की वजह भी सामने आई है। दरअसल, बोट पर बहुत ज्यादा खिलाड़ी होने की वजह से नाइजीरिया की महिला बास्केटबॉल टीम और उनके कोच को बोट पर एंट्री नहीं दी गई। इसके बाद टीम को वापस एथलीट विलेज में जाना पड़ा। वहीं, नाइजीरियाई प्रतिनिधिमंडल के बाकी सदस्यों ने नाइजर और नॉर्वे के साथ एक बोट साझा की। हालांकि इस मुद्दे पर नाइजीरियाई प्रतिनिधिमंडल की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया है।
काफी खास रही इस साल की ओपनिंग सेरेमनी-
1896 में पहले ओलिंपिक से लेकर 2020 तक ओपनिंग सेरेमनी स्टेडियम के अंदर हुई थी। इतिहास में पहली बार सेरेमनी पेरिस के बीचों-बीच बनी फेमस सीन नदी से शुरू हुई, जो काफी ऐतिहासिक रही। इस दौरान नदी के दोनों ओर फैंस बैठे हुए दिखाई दिए। ये ओलिंपिक में इतिहास की सबसे बड़ी ओपनिंग सेरेमनी भी मानी जा रही है, जिसमें 3 से 4 लाख फैंस पहुंचने का अनुमान है। बता दें, पेरिस ओलंपिक में 206 देशों के कुल 10714 एथलीट हिस्सा ले रहे हैं और इस बार 32 खेलों के 329 गोल्ड मेडल दांव पर लगे हैं।