पैसे न देना पड़े इसलिए झूठे आरोपों में फंसा रहा पार्टनर
जबलपुर के थाना हनुमानताल के अंतर्गत मौलाना आजाद वार्ड बड़ी मदार टेकरी निवासी हाजी फुरकान ने एसपी के नाम शिकायत सौंपकर व्यापार में लगे पैसे न देने और झूठे आरोपों में फंसाने वाले व्यापारिक पार्टनर पर उचित कार्रवाई की मांग की है।

- 40 लाख के लेन-देन का मामला,
- पीड़ित ने एसपी के नाम शिकायत सौंप लगाई इंसाफ की गुहार
द त्रिकाल डेस्क, जबलपुर। जबलपुर के थाना हनुमानताल के अंतर्गत मौलाना आजाद वार्ड बड़ी मदार टेकरी निवासी हाजी फुरकान ने एसपी के नाम शिकायत सौंपकर व्यापार में लगे पैसे न देने और झूठे आरोपों में फंसाने वाले व्यापारिक पार्टनर पर उचित कार्रवाई की मांग की है।
पीड़ित हाजी फुरकान ने बताया कि राशिद हुसैन उर्फ छोटा गुड्डू निवासी मोहरिया को 25 फरवरी 2023 के पहले नहीं जानता-पहचानता था। मोहरिया गली नम्बर -2 में रहने वाले शाहिद मंसूरी ने मेरी जान-पहचान राशिद हुसैन उर्फ छोटा गुड्डू से कराई थी। 25 फरवरी 2023 को शाहिद मंसूरी और राशिद हुसैन दोनों मेरे पास मिलने पहुंचे। मुलाकात के दौरान शाहिद मंसूरी ने बताया कि राशिद हुसैन ने अलमारी, कूलर, दीवान का कारखाना चालू किया है। मदद के नाम पर मार्केट से कुछ मटेरियल दिलवा दो तो राशिद उर्फ गुड्डू का काम रनिंग में आ जाए। जिसपर हाजी फुरकान ने शाहिद मंसूरी के कहने पर साहिबा स्टील वालों से अपनी गारंटी पर अलमारी, कूलर बनाने चादर दिला दिए। इसके बाद 27 फरवरी 2023 को फिर दोनों शाहिद और गुड्डू आए और कहने लगे कि कुछ पैसा फायनेंस कर दो तो हार्डवेयर का सामान ले ले। शाहिद मंसूरी के कहने पर हार्डवेयर का सामान खरीदने नगद पैसा दिया। इस तरह राशिद उर्फ गुड्डू का कारखाना शुरू हो गया।
ऐसे बने व्यापारिक पार्टनर-
पीड़ित हाजी फुरकान ने बताया कि लेकिन 5-6 दिनों बाद ही दोनों एक बार फिर पास आए और आप कारोबार में पार्टनर बन जाओ, जो भी लाभ होगा, आधा-आधा बंट जाएगा। शाहिद मंसूरी की गारंटी पर पार्टनरशिप में काम करना स्वीकार किया और काम शुरू हो गया। अलमारी तैयार होकर मार्केट जाने लगीं, जिसका पैसा राशिद हुसैन उर्फ छोटा गुड्डू के पास जमा होता था। फिर राशिद हुसैन की लापरवाही से जुलाई-अगस्त 2023 में मार्केट से माल वापस आने लगा। अगस्त 2023 के बाद से कुछ समय के लिए काम बन्द हुआ। फिर नवम्बर 2023 से काम चालू हुआ नवम्बर के आखिर में फिर से कारखाना बन्द हो गया क्योंकि मार्केट में माल नहीं बिक रहा था। फिर दिसम्बर 2023 में हमने कहा कि काम चालू करो पैसा खाली करो। मार्केट में पैसा देना है। जिसपर दोनों आनाकानी करने लगे।
फोन उठाना किया बंद-
पीड़ित ने बताया कि इसी तरह जनवरी-फरवरी 2024 निकल गई। फिर 11 मार्च को राशिद हुसैन से मुलाकात हुई तो बातचीत के दौरान राशिद उर्फ गुड्डू ने बताया कि कहीं माल बेचे हैं, पैसा आने वाला है। फिर काम शुरू करेंगे। 13 मार्च 2024 से रमजान शरीफ शुरू हो गया तो सभी बातें थम गईं। इसके बाद अप्रैल 2024 में कई बार कॉल करने पर भी गुड्डू फोन नहीं उठाता था। आखिरकार 13 मई 2024 को राशिद उर्फ गुड्डू अपने साढ़ू के साथ मिलने आया और अगले दिन बैठकर बात करने के लिए राजी हो गए। 14 मई 2024 को कारखाने में कई लोगों के बीच ये बात सामने आई कि राशिद हुसैन के पास माल तैयार करने पैसा नहीं है, हाजी फुरकान अपना पैसा लगाकर माल तैयार करें और उठा लें।
पार्षद की मौजूदगी में बैठक-
पीड़ित के मुताबिक इसके बाद एक नवम्बर 2024 को संजय गांधी वार्ड के पार्षद मोहम्मद कलीम की मौजूदगी में बैठक हुई जिसमें ये तय हुआ कि कारखाने में भी माल पड़ा है इसे तैयार कर हाजी फुरकान का बकाया पैसा चुकाया जाएगा। लेकिन इस बैठक के बाद राशिद हुसैन उर्फ गुड्डू और उसके साढ़ू मम्मद की नीयत खराब होने लगी। वो लोग पैसा न चुकाना पड़े इसके लिए तरह-तरह की साजिश रचने लगे। झूठे आरोपों का सहारा लेकर हनुमानताल थाना में झूठी शिकायत भी की। इस संबंध में जब पार्षद मोहम्मद कलीम से बात की गई तो उन्होंने इस बीच में कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया।
पीड़ित पर मढ़े आरोप-
हाजी फुरकान ने बताया कि पैसे न चुकाने पड़ इसलिए आरोप लगाया कि धमकियों के कारण अस्पताल में भर्ती हो गए। जबकि राशिद हुसैन उर्फ गुड्डू पहले को पहले से ही हार्ट की प्राब्लम है। फिलहाल राशिद हुसैन उर्फ गुड्डू अस्पताल में भर्ती है और मीडिया में गलत बयानबाजी कर मेरी छवि धूमिल कर रहे हैं। जबकि शाहिद मंसूरी के कहने पर मदद के तौर पर उसके काम में पार्टनरशिप की थी। अभी भी राशिद हुसैन उर्फ गुड्डू से बड़ी रकम का लेन-देन बाकी है। इसके अलावा कारखाने के मकान मालिक और अन्य लोगों के भी पैसे बाकि है, जो गुड्डी हुसैन देने में आनाकानी कर रहा है।