MP News:पेंच राष्ट्रीय उद्यान के खुले गेट,बाघ के हुए दीदार
सिवनी जिले के पेंच टाईगर रिजर्व के गेट तीन माह के बाद 2 अक्टूबर को खोले दिए गए। पहले दिन ही पेंच पार्क फुल रहा। कई पर्यटको को सफारी के दौरान बाघ के दीदार हुए ।

मध्यप्रदेश (MP)के सिवनी जिले के पेंच टाईगर रिजर्व के गेट तीन माह के बाद 2 अक्टूबर को खोले दिए गए। प्रकृति व वन्यजीवन को को पसंद करने वाले पर्यटको ने आज जंगल सफारी की। कई पर्यटको को सफारी के दौरान बाघ के दीदार हुए । पहले दिन ही पेंच पार्क फुल रहा। पर्यटकों ने पेंच के प्राकृतिक सौंदर्य और वन्यजीवों के दीदार के लिए पहले ही बुकिंग करा ली थी। वहीं पेंच प्रबंधन ने भी सारी तैयारियां पूरी कर ली थी। पेंच के कोर क्षेत्र के सभी स्थानों मे पर्यटक सफारी का लुत्फ उठा रहे हैं।
पेंच राष्ट्रीय उद्यान (National Park) मे क्या है खास
मोगली लैण्ड के नाम से प्रसिद्ध पेंच राष्ट्रीय उद्यान का "द जंगल बुक" से सम्बन्ध माना जाता है। यह पार्क अपने खूंखार बंगाल टाइगर्स के लिए प्रसिद्ध है,जिसकी वजह से इस पार्क में पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। वर्ष 2022 में हुई गणना के अनुसार पेंच में 77 बाघ थे।बाघ पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र हैं। इसके अलावा 175 तेंदुआ हैं। जंगली बिल्ली, भेड़िया, जंगली कुत्ता, शियार, हिरन, चीतल, काला हिरन, नेवला सहित अन्य जीव-जंतू भी यहां मौजूद हैं।
पेंच राष्ट्रीय उद्यान का इतिहास
इस पार्क को 1965 में अभयारण्य घोषित किया गया था,इसके बाद 1975 में इसे राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा दिया गया। इसे 1992 में पेंच टाइगर रिजर्व के रूप में स्थापित किया गया था, जो अब लगभग 758 वर्ग किलोमीटर के कुल क्षेत्र में फैला हुआ है। पेंच राष्ट्रीय उद्यान टाइगर रिजर्व का मध्य क्षेत्र है जो लगभग 292.85 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है,और मोगली पेंच वन्यजीव अभयारण्य 118.30 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है।