मंत्री प्रतिमा बागरी के जीजा को पुलिस ने किया गिरफ्तार
मध्य प्रदेश के सतना जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। नगरी प्रशासन राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी के जीजा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उनके जीजा शैलेंद्र सिंह पर पुलिस ने बीस हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
सतना पुलिस ने शैलेंद्र सिंह पर रखा था 20 हजार का इनाम
मध्य प्रदेश के सतना जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। नगरी प्रशासन राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी के जीजा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उनके जीजा शैलेंद्र सिंह पर पुलिस ने बीस हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। दरअसल शैलेंद्र सिंह काफी वक़्त से मादक प्रदार्थ की तस्करी में लिप्त था। सतना जिले की सिंहपुर पुलिस ने 12 जुलाई को नशीले कफ सिरप की बड़ी खेप पकड़ी थी। इस मामले में पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया था। पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार युवक ने बीजेपी नेता बादल सिंह और शैलेंद्र सिंह के नाम बताए थे। उस वक्त तक दोनों आरोपी फरार थे। 5 सितंबर को पुलिस ने शैलेंद्र सिंह को पकड़ लिया। बताया जाता है कि सिंह पर कई थानों में मादक प्रदार्थ की तस्करी के मामले दर्ज हैं।
ऐसे गिरफ्तार हुआ शैलेंद्र सिंह-
पुलिस के अनुसार, 12 जुलाई को सूत्रों से जानकारी मिली थी कि एक बिना नम्बर की पिकअप गाड़ी से नशीले कफ सिरप आ रहे हैं। मुखबिर ने बताया था कि गाड़ी पर लाल पेंट से रामलला की कृपा लिखा हुआ है। यह गाड़ी पहाड़ीखेरा तरफ से सिंहपुर होते हुये सतना की ओर आ रही है। इसे सतना में ही बेचा जाना है। ये सूचना मिलते ही पुलिस ने नाकाबंदी कर दी। यहां खनगढ़ मोड़ पर कालिंजर तरफ से वही पिकअप गाड़ी आती दिखाई दी। पुलिस ने उसे रोक लिया। जब तक पुलिस ड्राइवर से पूछताछ करती, तब तक उसमें एक बैठा एक शख्स दूसरी तरफ से भाग निकला। पुलिस ने उसे पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह भागने में कामयाब हो गया। इधर पिकअप ड्राइवर ने नाम दिवाकर कुमार पटेल बताया। उसने बताया कि वह रीवा के टीकर, पटपरहा टोला, गोविंदगढ़ थाना इलाके का रहने वाला है। पुलिस ने गाड़ी की तलाशी ली तो उसमें 15 नग प्लास्टिक के पुराने खाली कैरेट और नशीली कफ सिरप की 60 पेटियां मिलीं। हर पेटी में 120 शीशी भरी हुई थीं। दिवाकर ने बताया कि यह ड्रग्स बांदा से लाई जा रही है. उसके साथ अमित गुप्ता और आशीष गौतम, निवासी रैगांव भी थे। इसमें से 10 पेटी माल बादल सिंह पटेल और रामपुर बघेल का था। उनके अलावा 25-25 पेटी अमित गुप्ता और आशीष गौतम को देनी थी। उसके बाद पुलिस ने केस दर्ज कर दिवाकर को गिरफ्तार कर लिया।