पुलिस की उम्मीद जागी, करीम-अशरफी देंगे शमीम का सुराग!
कबाड़खाने विस्फोट मामले में रविवार को पुलिस के हत्थे अब्दुल करीम उर्फ सत्तार पटेल चढ़ गया। ये वही शख्स है,जिस पर आरोप है कि इसने धमाके के बाद विस्फोट के मुख्य आरोपी मोहम्मद शमीम की भागने में मदद की।
नागपुर में दबोचे गये मुख्य आरोपी के मददगार, पुलिस ने बुलडोजर चला जमींदोज किये ठिकाने
कबाड़खाने विस्फोट मामले में रविवार को पुलिस के हत्थे अब्दुल करीम उर्फ सत्तार पटेल चढ़ गया। ये वही शख्स है,जिस पर आरोप है कि इसने धमाके के बाद विस्फोट के मुख्य आरोपी मोहम्मद शमीम की भागने में मदद की। पुलिस ने इसे नागपुर से दबोचा और अब जबलपुर में इससे पूछताछ की जाएगी। पुलिस को उम्मीद है कि करीम से शमीम के बारे में ऐसी कोई जानकारी जरूर मिलेगी, जो पुलिस के काम आएगी।उल्लेखनीय है कि अधारताल थानांतर्गत खजरी-खिरिया बाईपास पर स्थित रजा मेटल इंडस्ट्री में 24 अप्रैल को भीषण विस्फोट हुआ था। हादसे दो जानें भी गयी थीं। हादसे के बाद से रजा मेटल का मालिक शमीम रजा फरार है। पुलिस ने आरोपी पर ईनाम बढ़ाकर तीस हजार कर दिया है।
स्कॉर्पियों भी जब्त की-
आरोपियों के नाम करीम पटेल सत्तार पटेल (50) प्लॉट नंबर 255 भरत नगर कलमना मार्केट रोड सार्जा बार के पीछे कलमना और मंसूर अशरफी (48) ठाकुर प्लॉट बडा ताजबाग प्लॉट नंबर 34 सक्करदरा नागपुर निवासी है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने जबलपुर की क्राइम ब्रांच पुलिस की टीम नागपुर गयी थी। पुलिस ने दोनों आरोपियों के पास से वो स्कॉर्पियो (क्रमांक एम एच 48 बी टी- 1402) भी जब्त कर ली है, जिसमें शमीम जबलपुर से नागपुर गया था। पकड़े गए आरोपी कबाड़ का कारोबार करते हैं।
शमीम के ठिकाने और मकान जमींदोज-
एएसपी सोनाली दुबे ने बताया कि शमीम रजा के आधा दर्जन से अधिक ठिकानों पर कार्रवाई की गई है। उसके मकानों को तोड़ा गया है। पुलिस प्रशासन की टीम ने खजरी-खिरिया स्थित रजा मेटल फैक्ट्री में 5 हजार वर्गफीट में बने गोदाम को पूरी तरह से जमींदोज कर दिया। शमीम के खिलाफ खिलाफ अधारताल थाना में धारा 304,120 बी भादवि तथा 3, 5 विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज है। पुलिस ने इस मामले में शमीम रजा के बेटे फहीम उसके एक साथी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। शमीम रजा के 5 हजार वर्ग फीट में बने गोदाम को जमींदोज कर दिया गया है।
सबसे पहले नागपुर पहुंचा था शमीम-
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किया गया अब्दुल करीम व अशरफी , शमीम रजा का बेहद खास हंै। घटना के बाद से ही ये शमीम रजा की फरारी में मदद कर रहा है। पुलिस को मुखबिर नेे सूचना दी कि, 24 अप्रैल को हादसे के बाद शमीम रजा जबलपुर से सीधे नागपुर भागा था। वहां अब्दुल करीम ने उसकी छिपने में मदद की थी, इतना ही नहीं उसके रहने खाने की व्यवस्था तक कर रखी थी। पुलिस टीम नागपुर पहुंची और करीम गिरफ्तार किया।
कई जिलों में वांटेड है शमीम-
हिस्ट्रीशीटर शमीम कबाड़ी के खिलाफ ना सिर्फ जबलपुर बल्कि प्रदेश के कई जिलों में दर्ज है। शमीम के खिलाफ थाना गोहलपुर में, थाना सिविल लाईन में, सागर जिला के थाना बहेरिया में, आर.पी.एफ. पोस्ट जिला जबलपुर में, आर.पी.एफ. पोस्ट जिला कटनी में, आर.पी.एफ. आउट पोस्ट मदन महल जबलपुर में, उमरिया जिला के थाना पाली में, नरसिंहपुर जिला के थाना गोटेगांव में और अधारताल अपराध क्रमांक 1391/21 धारा 413, 403 भादवि 3,7 ईसी एक्ट एवं 5/21 धारा धारा 41 (1-4) जाफैा /379 भादवि तथा अधारताल 513/2024 धारा 304, 120 बी, भादवि 3, 5 विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के अपराध पंजीबद्ध हैं।