जबलपुर के गैंगस्टर छोटू चौबे को पुलिस ने लिया रिमांड में

कुख्यात गैंगस्टर छोटू चौबे को जबलपुर पुलिस ने टीकमगढ़ से गिरफ्तार कर जबलपुर ले आई है, जिसका बाद पुलिस ने गैंगस्टर का जुलूस निकालकर उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से गैंगस्टर छोटू चौबे की दो दिन की रिमांड में लिया गया है।

Mar 7, 2024 - 16:34
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जबलपुर के गैंगस्टर छोटू चौबे को पुलिस ने लिया रिमांड में


टीकमगढ़ से किया था गिरफ्तार, इनामी बदमाश छोटू चौबे पर 29 केस दर्ज

कुख्यात गैंगस्टर छोटू चौबे को जबलपुर पुलिस ने टीकमगढ़ से गिरफ्तार कर जबलपुर ले आई है, जिसका बाद पुलिस ने गैंगस्टर का जुलूस निकालकर उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से गैंगस्टर छोटू चौबे की दो दिन की रिमांड में लिया गया है। जबलपुर एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि,1 दिसंबर को वर्चस्व की लड़ाई को लेकर छोटू चौबे ने अपने साथियों के साथ मिलकर आदतन अपराधी अनिराज नायडू की हत्या कर दी थी। हत्या के बाद लाश को नाले में फेंक दिया था। हत्या के बाद से ही आरोपी फरार चल रहा था जिस पर जबलपुर पुलिस ने 10 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया था।

छोटू चौबे पर 29 मामले दर्ज-
छोटू चौबे के खिलाफ 29 मामले दर्ज है, जिसमें हत्या, हत्या का प्रयास, बलवा, लूट, आर्म्स एक्ट, अवैध वसूली, घर मे घुसकर मारपीट, तोड़फोड़ जैसे संगीन अपराध शामिल है।

मुंबई से आए थे हत्यारे-
मामले में सबसे पहले संदेही कामरान अली व अनुश्रेय राय को गिरफ्तार किया गया। सख्ती से पूछताछ करने पर अली ने बताया कि वे 16 नवंबर 2023 को छोटू चौबे के साथ फ्लाइट द्वारा मुंबई से जबलपुर पंहुचा जहां उसे मोहम्मद आदिल मिला। चारों लोगों ने हत्या का प्लान बनाया और अन्ना नायडू को अकेला पाकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद सभी ने मिलकर लाश को स्कार्पियो की डिक्की में डालकर कठौंदा तालाब में फेंक दिया। घटना के बाद आरोपी पहले मुंबई गए उसके बाद इंदौर चले गए थे।

गैंग बनाने को लेकर हुई हत्या -
पुलिस का कहना है की, अनिराज नायडू उर्फ अन्ना पूर्व में छोटू चौबे की ही गैंग में था तथा सभी लोगों की अच्छी दोस्ती यारी थी। परंतु छोटू चौबे के विरोधियों के साथ  अन्ना का उठना बैठना ज्यादा हो गया था और अन्ना अपनी अलग गैंग बनाकर छोटू चौबे को चुनौती देने लगा था । इसी बात को लेकर छोटू चौबे, अन्ना नायडू से दुश्मनी बना ली थी।

एक नेता के यहां काट रहा था फरारी-
टीकमगढ कें ग्राम खरगूपुरा में छुपकर छोटू चौबे एक नेता के यहां फरारी काट रहा था। पुलिस को जब इस बात की जानकारी लगते तो वे  जबलपुर पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह के मार्गदर्शन में एक टीम गठित कर टीकमगढ रवाना हुए, वह से टीम द्वारा जानकारी इखट्टा करते हुए उन्होंने ग्राम खरगूपुरा में दबिश दी जहा से छोटू उर्फ सुयश चौबे को पकड़कर थाना माढोताल लाया गया।