शिवराज और वीडी पर रिकॉर्ड मतों से जीत का दबाव 

मध्य प्रदेश में चार चरणों में लोकसभा चुनाव होने हैं। चुनाव में भाजपा का पक्ष मजबूत दिखाई दे रहा है। ऐसे में भाजपा की तरफ से लोकसभा चुनाव लड़ रहे बड़े नेता अधिकाधिक मतों के अंतर से जीतने का जोर लगा रहे हैं।

Apr 14, 2024 - 14:36
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शिवराज और वीडी पर रिकॉर्ड मतों से जीत का दबाव 
Pressure on Shivraj and VD to win with record votes

भाजपा आलाकमान से लेकर कार्यकर्ताओं की विदिशा-खजुराहो पर नजर 

मध्य प्रदेश में चार चरणों में लोकसभा चुनाव होने हैं। चुनाव में भाजपा का पक्ष मजबूत दिखाई दे रहा है। ऐसे में भाजपा की तरफ से लोकसभा चुनाव लड़ रहे बड़े नेता अधिकाधिक मतों के अंतर से जीतने का जोर लगा रहे हैं। खासकर प्रदेश की दो सीटों विदिशा और खजुराहो पर सबकी नजर है। विदिशा से पांच बार सांसद रहे शिवराज सिंह चौहान लगातार अपने क्षेत्र में संपर्क करने में जुटे हुए हैं। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि इसके पीछे की वजह बड़ी जीत हासिल कर केंद्रीय नेतृत्व के सामने मजबूत छवि बनाना है। वहीं खजुराहो सीट से दूसरी बार मैदान में उतरे वीडी शर्मा भी बड़ी जीत के लिए दम लगा रहे हैं।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और खजुराहो से प्रत्याशी वीडी शर्मा के लिए अमित शाह जैसे बड़े नेता की रैली हो रही है। जबकि खजुराहो में इंडिया गठबंधन समर्थित समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन खारिज हो गया है। वहीं, खजुराहो सीट पर भले ही 14 प्रत्याशी मैदान में हों, लेकिन प्रमुख विपक्षी दल इंडिया गठबंधन समर्थित समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन खारिज होने के बाद अब भाजपा की एकतरफा जीत तय मानी जा रही है। खजुराहो सीट पर अब प्रत्याशियों में वीडी शर्मा ही बड़ा नाम हैं। इसके बावजूद खजुराहो में वीडी शर्मा के समर्थन में अमित शाह रैली कर रहे हैं। साथ ही जनता से पिछली बार से दोगुने वोट से जिताने को कह रहे हैं। शर्मा के नामांकन में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पहुंची थीं। वीडी शर्मा पिछला चुनाव 4 लाख 92 हजार से अधिक वोटों से जीते थे। 

जितनी बड़ी लीड़, उतना बड़ा नेता-

विशेषज्ञों का कहना है कि मध्य प्रदेश में भाजपा के पक्ष में सकारात्मक माहौल दिख रहा है। ऐसे में बड़े नेताओं के बीच में ज्यादा से ज्यादा लीड की होड़ दिखाई दे रही है। निश्चित तौर पर जो ज्यादा लीड से जीतेगा पार्टी की नजर में उसका महत्व बढ़ेगा। यही वजह है कि शिवराज सिंह चौहान अपने विदिशा में पूरा जोर लगा रहे हैं। वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के क्षेत्र में अमित शाह जैसे बड़े नेता की रैली हो रही। जबकि उनका चुनाव चुनौती विहीन माना जा रहा है। 

विदिशा भाजपा का गढ़, शिवराज लगा रहे जोर-

विदिशा सीट भाजपा का गढ़ है। यहां से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पांच बार सांसद रहे। 2005 में मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बावजूद उन्होंने विदिशा क्षेत्र को नहीं छोड़ा। त्योहार या किसी ना किसी कार्यक्रम के बहाने जनता के बीच पहुंचते रहे। अब मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद पार्टी ने उनको 20 साल बाद विदिशा लोकसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किया, जिसके बाद से वे लगातार क्षेत्र में सक्रिय हैं। वे कार्यकर्ताओं के घर भोजन करने के साथ ही रात रुक भी रहे हैं। जानकारों का कहना है कि वीडी शर्मा का भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का कार्यकाल पहले ही पूरा हो गया है। लोकसभा चुनाव के बाद उनका प्रदेश अध्यक्ष पद से हटना तय माना जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी कोई बड़ी भूमिका नहीं मिली है। प्रदेश के दो केंद्रीय मंत्रियों को पार्टी ने विधानसभा चुनाव लड़ा कर राज्य में भेज दिया है। ऐसे में केंद्र में भाजपा की सरकार बनने पर प्रदेश से नेतृत्व करने के लिए नए चेहरों का मौका मिलेगा। ऐसे में प्रदेश के दिग्गज नेता बड़ी जीत से चुनाव जीत कर केंद्रीय नेतृत्व के सामने अपना कद बढ़ाना चाहते हैं।