Jabalpur News : प्राचार्य को डिजिटल अरेस्ट कर 10 लाख रुपए की ठगी
मध्यप्रदेश में डिजिटल अरेस्ट के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इंदौर के बाद अब जबलपुर में साइबर ठगों ने मनी लांड्रिंग के केस में फसाने की धमकी देकर कॉलेज प्राचार्य को डिजिटल अरेस्ट किया फिर दस लाख रुपए ऐंठ लिए।

स्कैमर साइबर फ्रॉड (Cyber Fraud) करने के लिए ऐसे जाल-बिछाते हैं कि पढ़े-लिखे और जागरूक लोग भी उनके चंगुल में फंसकर लाखों गंवा देते हैं। ताजा मामला जबलपुर में सामने आया जहां मुंबई (Mumbai) क्राइम ब्रांच का पुलिस अफसर बनकर साइबर ठग ने कॉलेज प्रिंसिपल (College Principal) से दस लाख रुपए ऐंठ लिए। गोराबाजार थाने की पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
ऐसे फैलाया जाल
बिलहरी निवासी जगदीप दुबे आदर्श महाविद्यालय डिंडौरी में प्रिंसिपल है। 15 अक्टूबर को उनके पास फोन आया। बात करने वाले ने खुद को फेडेक्स कोरियर कम्पनी का कर्मचारी बताया। कहा कि उन्होंने जो पार्सल ताइवान भेजा था उसे मुंबई क्राइम ब्रांच ने पकड़ लिया है। इसके बाद दूसरे व्यक्ति ने बात की। उसने बताया कि वह मुंबई क्राइम ब्रांच का अफसर विक्रम सिंह राठौर बोल रहा है। उनके पार्सल में लैपटॉप, ड्रग्स, रुपए और नकली पासपोर्ट समेत अन्य सामान है।
मनी लॉन्ड्रिंग में फंसाने की धमकी
इसके बाद जगदीप को डिजिटल अरेस्ट (Digital Arrest) करने की धमकी दी और फोन काट दिया। दूसरे दिन उसी नम्बर से फिर जगदीप को कॉल आया। बात करने वाले ने कहा कि उनके कई शहरों में बैंक अकाउंट हैं। उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग के केस में फंसाने और पूरे परिवार को गिरफ्तार करने की धमकी दी।
आरटीजीएस से भेजी रकम
तीसरे दिन फिर कॉल आया। उन्हें कहा गया कि वे जो अकाउंट नम्बर दे रहे हैं, उसमें दस लाख रुपए डाल दें। वेरीफीकेशन होने के बाद रकम वापस कर दी जाएगी। चौथे दिन 18 अक्टूबर को उनके वॉट्सऐप पर एक डॉक्यूमेन्ट आया। जिसमें पुलिस की सील लगी थी। जगदीप डर गई और उन्होंने बताए गए अकाउंट में दस लाख रुपए आरटीजीएस कर दिए।