जबलपुर में 45 दिनों से जेल में बंद निजी स्कूलों के प्राचार्य व कर्मियों को मिली एमपी हाईकोर्ट से जमानत 

जबलपुर के निजी स्कूलों द्वारा मनमानी फीस बढ़ाने व अपने हिसाब से किताबें चलाने के मामले में जिला प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई के तहत 11 निजी स्कूलों के प्रिंसिपल व कर्मचारी बीते 45 दिनों से जेल में थे। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने स्कूल से जुड़े 9 लोगों को जमानत पर छोड़ने के आदेश दिए हैं।

Jul 12, 2024 - 17:35
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द त्रिकाल डेस्क, जबलपुर।  शहर के निजी स्कूलों द्वारा अभिभावकों से मनमानी और फीस वसूली के मामले में पिछले 45 दिन से जेल में बंद निजी स्कूलों के प्रिंसिपल और कर्मचारियों की जमानत याचिका को लेकर मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के जस्टिस मनिंदर सिंह भट्टी की कोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि निजी स्कूल के प्रिंसिपल और कर्मचारी कभी न कभी रिटायर होंगे और इनका मकसद किसी को फायदा पहुंचाना नहीं है। इसलिए इनको जेल में नहीं रखा जाना चाहिए। इसके साथ ही हाईकोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा यह जुर्म अगर बनता है भी तो सिर्फ सोसाइटी के मुख्य प्रबंधक पर बन सकता है। इस तरह कोर्ट ने शहर के निजी स्कूल जुड़े 9 लोगों को जमानत दे दी है।

Matloob Ansari मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर से ताल्लुक, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर से पत्रकारिता की डिग्री बीजेसी (बैचलर ऑफ जर्नलिज्म) के बाद स्थानीय दैनिक अखबारों के साथ करियर की शुरुआत की। कई रीजनल, लोकल न्यूज चैनलों के बाद जागरण ग्रुप के नईदुनिया जबलपुर पहुंचे। इसके बाद अग्निबाण जबलपुर में बतौर समाचार सम्पादक कार्य किया। वर्तमान में द त्रिकाल डिजीटल मीडिया में बतौर समाचार सम्पादक सेवाएं जारी हैं।