निरस्त पदों को लेकर आरडीवीवी कर्मचारी संघ ने ईसी मेंबर्स को घेरा

एमपी के जबलपुर स्थित रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में कार्यपरिषद की बैठक में निरस्त किए गए 70 कर्मचारी पदों को शामिल नहीं किए जाने से कर्मचारी बिफर गए।

Jan 2, 2025 - 17:44
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निरस्त पदों को लेकर आरडीवीवी कर्मचारी संघ ने ईसी मेंबर्स को घेरा
RDVV Employees Union surrounded EC members regarding the cancelled posts
  • बैठक एजेंडे में कर्मचारियों को मुद्दा शामिल नहीं करने से नाराज

द त्रिकाल डेस्क, जबलपुर। एमपी के जबलपुर स्थित रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में कार्यपरिषद की बैठक में निरस्त किए गए 70 कर्मचारी पदों को शामिल नहीं किए जाने से कर्मचारी बिफर गए। धरने पर बैठे अजा-अजजा कर्मचारी संघ के मेंबर ने कुलगुरु प्रो राजेश वर्मा की अध्यक्षता में चल रही बैठक में पहुंचकर ईसी मेंबर को घेर लिया।

संघ अध्यक्ष अजय झारिया ने बताया कि विश्वविद्यालय व कर्मचारियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। कुलगुरु इस बात को नहीं समझ रहे हैं कि पदों के समाप्त होने का क्या असर पड़ने वाला है। उक्त आदेश से कम से कम 350 कर्मचारी प्रभावित होंगे। सबसे महत्वपूर्ण बात यह कि 70 पदों को बढ़ाने के संबंध में निर्णय ईसी में लिया गया था। इसलिए उसके निरस्त होने की जानकारी भी ईसी के समझ रखी जानी चाहिए थे। इसके अलावा महिला अधिकारी से अभद्रता के जो आरोप कुलगुरु पर लगे है उसकी भी जांच होनी चाहिए। वहीं कर्मचारियों के नियमितीकरण, समयमान वेतनमान और अन्य कर्मचारियों से जुड़े मुद्दों को भी कार्य परिषद में रखा गया है। आक्रोशित कर्मचारियों को ईसी मेंबर्स ने आश्वासन दिया कि वे तमाम बिंदुओं पर बैठक में चर्चा करेंगे। इस अवसर पर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अजय झारिया, पूर्व प्रांताध्यक्ष बंशबहोर पटेल, महासचिव सुखदीन कटारे, बैसाखू मांझी, संजय यादव, रामसजीवन सोंधिया, तीरथलाल बर्मन, योगेंद्र अग्निहोत्री आदि उपस्थित रहे। 

परीक्षा कार्य में जुड़े कर्मियों को भुगतान मिले-

70 पदों के निरस्त किए जाने के मुद्दे के साथ ही आरडीयू में श्रमसाध्य का भुगतान का मामला भी काफी गर्माया हुआ है। पूर्व में परीक्षा और गोपनीय विभाग में कार्य करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को तो भुगतान कर दिया गया है, लेकिन कर्मचारी संघ इस बात पर अड़ा हुआ है कि, समन्वय समिति के निर्णय का पालन करते हुए परीक्षा कार्य से जुड़े अन्य विभागों में पदस्थ कर्मचारी और अधिकारियों को श्रमसाध्य दिया जाए। इस मामले में आरडीयू कुलगुरु ने एक कमेटी बनाई थी, लेकिन कमेटी ने पूरा मामला ईसी में रखने की बात कह पल्ला झाड़ लिया था।

Matloob Ansari मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर से ताल्लुक, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर से पत्रकारिता की डिग्री बीजेसी (बैचलर ऑफ जर्नलिज्म) के बाद स्थानीय दैनिक अखबारों के साथ करियर की शुरुआत की। कई रीजनल, लोकल न्यूज चैनलों के बाद जागरण ग्रुप के नईदुनिया जबलपुर पहुंचे। इसके बाद अग्निबाण जबलपुर में बतौर समाचार सम्पादक कार्य किया। वर्तमान में द त्रिकाल डिजीटल मीडिया में बतौर समाचार सम्पादक सेवाएं जारी हैं।