एक या दो मार्च से होगा रमजान माह का आगाज, चांद पर मुसलमानों की नजर

मुसलमानों के लिए बहुत पाकीजा माने जाने वाला रमजान का महीना जल्दी ही शुरू होना जा रहा है।

Feb 26, 2025 - 17:12
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एक या दो मार्च से होगा रमजान माह का आगाज, चांद पर मुसलमानों की नजर
Ramadan month will start from March 1 or 2, Muslims are keeping an eye on the moon

मुसलमानों के लिए बहुत पाकीजा माने जाने वाला रमजान का महीना जल्दी ही शुरू होना जा रहा है। इस्लामी कैलेंडर चांद पर आधारित है और महीने की पहली तारीख चांद के देखे जाने से ही शुरू होती है। ऐसे में रमजान का पहला दिन यानी पहला रोजा कब होगा, इसको लेकर असमंजस है। दुनियाभर में चांद एक ही दिन नहीं दिखता है। ऐसे में आमतौर पर पश्चिम एशिया में भारत और एशियाई देशों से एक दिन पहले महीने की शुरुआत होती है। ऐसे में रमजान भी सऊदी और अरब में एक दिन पहले शुरू हो सकता है।

इस साल शाबान (इस्लामी कैलेंडर में रमजान से पहला महीना) का 29वां दिन 28 फरवरी को पड़ रहा है। चांद कई बार 29 तो कई दफा 30 दिन बाद दिखता है। ऐसे में अगर चांद 28 फरवरी को दिखाई देता है तो 1 मार्च से रमजान शुरू होगा। सऊदी में एक मार्च से ही रमजान के शुरू होने की उम्मीद की जा रही है। जिन देशों में चांद दिखाई नहीं देगा, वहां रमजान 2 मार्च से शुरू होगा। भारत में रमजान की शुरुआत 2 मार्च से होने की उम्मीद है।

अलग-अलग देशों में अलग-अलग टाइम टेबल-

कई देश मानते हैं कि आधुनिक तकनीक से चांद की स्थिति का सटीक अनुमान लगाया जा सकता है, इसलिए चांद देखना जरूरी नहीं है। कई जगह मान्यता है कि आंखों से चांद का देखा जाना जरूरी है। मोरक्को जैसे देश इसी नियम का पालन करते हैं। पश्चिमी देशों के कई शहरों ने 1 मार्च से रमजान का टाइमटेबल जारी किया है। ये देश सऊदी अरब के खगोलीय अनुमानों के आधार पर तारीख तय कर रहे हैं। जर्मनी में रमजान 28 फरवरी के आसपास शुरू होने की उम्मीद है। वहां रमजान के दौरान रोजे का समय 18 घंटे तक का होता है। अमेरिका में रमजान 28 फरवरी की शाम को शुरू होने की उम्मीद है यानी एक मार्च को पहला रोजा होगा। अबू धाबी के अंतरराष्ट्रीय खगोलीय केंद्र के हेड मोहम्मद ओदेह का कहना है कि 28 फरवरी को पश्चिम एशिया, ज्यादातर अफ्रीका और दक्षिणी यूरोप में दूरबीन से चांद दिख जाएगा। अमेरिका में नंगी आंखों से चांद देखा जा सकेगा।

Matloob Ansari मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर से ताल्लुक, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर से पत्रकारिता की डिग्री बीजेसी (बैचलर ऑफ जर्नलिज्म) के बाद स्थानीय दैनिक अखबारों के साथ करियर की शुरुआत की। कई रीजनल, लोकल न्यूज चैनलों के बाद जागरण ग्रुप के नईदुनिया जबलपुर पहुंचे। इसके बाद अग्निबाण जबलपुर में बतौर समाचार सम्पादक कार्य किया। वर्तमान में द त्रिकाल डिजीटल मीडिया में बतौर समाचार सम्पादक सेवाएं जारी हैं।