महाशिवरात्रि पर हो रही है दुर्लभ खगोलीय घटना
महाशिवरात्रि के साथ ही महाकुंभ का समापन हो रहा है, और इस दिन संगम में स्नान करना विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसका कारण यह है कि महाशिवरात्रि के मौके पर एक दुर्लभ खगोलीय घटना हो रही है। इस दिन, सात ग्रह — बुध, बृहस्पति, मंगल, यूरेनस, शनि, और नेप्च्यून — एक सीधी रेखा में दिखाई देंगे।

महाशिवरात्रि के साथ ही महाकुंभ का समापन हो रहा है, और इस दिन संगम में स्नान करना विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसका कारण यह है कि महाशिवरात्रि के मौके पर एक दुर्लभ खगोलीय घटना हो रही है। इस दिन, सात ग्रह — बुध, बृहस्पति, मंगल, यूरेनस, शनि, और नेप्च्यून — एक सीधी रेखा में दिखाई देंगे। यह घटना इतनी अद्भुत है कि आसमान साफ होने पर इन ग्रहों को बिना किसी दूरबीन के भी देखा जा सकता है। इस खगोलीय घटना के कारण महाकुंभ में संगम में स्नान को और भी शुभ माना जा रहा है।
आइए जानते हैं प्लेनेट परेड के बारे में-
प्लेनेट परेड (Planet Parade) एक खगोलीय घटना है, जब सभी ग्रह सूर्य के चारों ओर अपनी कक्षाओं में घूमते हुए एक सीधी रेखा में आ जाते हैं। यह घटना अत्यंत दुर्लभ होती है और इसे खास माना जाता है।
धार्मिक दृष्टिकोण से, इस अद्भुत खगोलीय घटना को शुभ माना जा रहा है। मान्यता है कि महाशिवरात्रि के दिन इस खगोलीय संयोग से नकारात्मक ऊर्जा में कमी आएगी, विश्व शांति प्रबल होगी और समृद्धि आएगी। इन ग्रहों की अलाइनमेंट को महाकुंभ के अमृत स्नान के समान शुभ माना जा रहा है, और इस दिन संगम में स्नान का महत्व कई गुना बढ़ गया है। कहा जा रहा है कि इस दिन संगम में डुबकी लगाने से मां गंगा और भगवान शिव का आशीर्वाद मिलेगा और पितृदोष भी दूर होगा।
पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 26 फरवरी की सुबह 11 बजकर 8 मिनट से शुरू होकर 27 फरवरी की सुबह 8 बजकर 54 मिनट तक रहेगी। महाकुंभ का आरंभ 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा के स्नान से हुआ था और इसका समापन 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के शाही स्नान के साथ हो रहा है। महाशिवरात्रि पर अमावस्या के दिन ग्रहों का शुभ योग बन रहा है, जिसमें कुंभ राशि में चंद्रमा, बुध, शनि और सूर्य होंगे, मीन राशि में शुक्र और राहु, और मिथुन राशि में मंगल होंगे। वृषभ राशि में बृहस्पति स्थित हैं, जिससे सभी ग्रह शुभ राशियों में स्थित हैं, जो इसे विशेष रूप से शुभ बनाते हैं।