17 जनवरी को मनाई जाएगी सकट चौथ
सनातन धर्म में चतुर्थी तिथि के दिन भगवान गणेश की विधि विधान के साथ पूजा की जाती है।

सनातन धर्म में चतुर्थी तिथि के दिन भगवान गणेश की विधि विधान के साथ पूजा की जाती है। इस दिन अन्न व धन का दान करना चाहिए। यह व्रत बच्चों को निरोगी और उनकी हर संकट से रक्षा करने वाला होता है। इस दिन भगवान गणेश की उपासना के साथ ही चन्द्रमा को अर्घ्य दी जाती है। भगवान गणेश ने माता पार्वती को वरदान दिया था कि जो भी स्त्री इस व्रत को करेगी उनकी संतान सदैव निरोगी रहेगी। इसे तिल चौथ भी कहा जाता है। इस दिन भगवान गणेश को तिल और गुड़ का प्रसाद अर्पित किया जाता है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, सच्चे मन से सकट चौथ व्रत करने पर भगवान गणेश जी प्रसन्न होते हैं और जीवन में सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है। इस दिन पूजा के दौरान व्रत कथा का पाठ करना महत्वपूर्ण होता है, जिससे संतान को लंबी उम्र का आशीर्वाद मिलता है और घर में सुख-शांति का वास होता है। बच्चों की परेशानियां भी इस दिन पूजा से दूर होती हैं। कहा जाता है कि इस दिन चंद्र देव को जल अर्पित करने से संतान को किसी भी रोग का सामना नहीं करना पड़ता और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
सकट चौथ 2025 मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, माघ माह की कृष्ण पक्ष चतुर्थी तिथि 17 जनवरी को सुबह 04:06 बजे से शुरू हो रही है और 18 जनवरी को सुबह 05:30 बजे समाप्त होगी। इस प्रकार, 17 जनवरी को सकट चौथ का पर्व मनाया जाएगा। चंद्रमा को अर्घ्य देने का समय 9 बजकर 9 मिनट है।