हज के दौरान 1100 से ज्यादा हाजियों की मौत पर सऊदी सरकार ने तोड़ी चुप्पी, जाने क्या कहा

सऊदी अरब में हज के दौरान भीषण गर्मी देखी गई, जो कई लोगों के मौत का कारण बन गया है। अब तक 1100 से ज्यादा लोग मारे गए है। इतनी मौतों के लिए सऊदी सरकार पर उचित व्यवस्था न करने के आरोप लग रहे हैं, जिसपर सरकार ने चुप्पी तोड़ी है। सरकार ने कहा कि वह विफल नहीं है।

Jun 22, 2024 - 16:26
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हज के दौरान 1100 से ज्यादा हाजियों की मौत पर सऊदी सरकार ने तोड़ी चुप्पी, जाने क्या कहा

मक्का में अब भी भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है, जिससे लगातार हाजियों की मौत हो रही है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार अब तक 1100 हज यात्रियों की मौत का समाचार है। इनमें मिस्र के 800, जार्डन के 200 और भारत के 100 यात्री शामिल हैं। मौतों पर सफाई देते हुए सऊदी सरकार ने कहा कि यह मौतें उन दो दिनों की नहीं हैं, जब पहले दिन लोग माउंट अराफात पर घंटों प्रार्थना के लिए इकट्ठा हुए और दूसरे दिन शैतान को पत्थर मारने के लिए 18 लाख लोगों ने हिस्सा लिया। इन दो दिनों तक सरकार ने पूरी व्यवस्था की, लेकिन अन्य दिनों में सावधानी न बरतने के कारण हाजियों की मौत हुई। 
एक वरिष्ठ सऊदी अधिकारी ने अब खाड़ी में प्रबंधन का बचाव किया है। न्यूज एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारी ने सरकार की ओर से मौतों पर पहली बार चुप्पी तोड़ी। उन्होंने कहा, सरकार विफल नहीं हुई, लेकिन लोगों की ओर से गलत निर्णय लिया गया, क्योंकि उन्होंने जोखिम को नहीं पहचाना।
न्यूज एजेंसी ने कई डेटा के आधार पर बताया कि मरने वालों की संख्या 1126 हो गई है। इनमें से आधे से ज्यादा मिस्र के हैं। अधिकारी ने बताया कि सऊदी सरकार ने हज के दो सबसे व्यस्त दिनों में 577 मौतों की पुष्टि की है। पहला दिन तब जब लोग माउंट अराफात पर तेज धूप में घंटों प्रार्थना के लिए इक_ा हुए थे और दूसरा दिन जब लोग शैतान को पत्थर मारने के लिए इक_ा हुए। अधिकारी ने यह स्वीकार किया कि 577 का आंकड़ा आंशिक है और पूरे हज यात्रा के दिनों को कवर नहीं करता। उन्होंने कहा कि यह कठिन मौसम की स्थिति और भीषण तापमान के कारण हुआ।
18 लाख लोगों ने लिया हिस्सा-
हज इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक है। सभी मुस्लिमों को इसे जीवन में एक बार करना पड़ता है। सऊदी अधिकारियों ने पहले कहा था कि इस साल 18 लाख हज यात्रियों ने शिरकत की, जो पिछले साल के बराबर था। इनमें से 16 लाख लोग विदेशों से आए थे। हज करने का कोटा देशों के आधार पर बांटा जाता है। लॉटरी के जरिए इन्हें वितरित किया जाता है। परमिट होने के बावजूद एक भारी लागत लगती है। कई ऐसे लोग हैं जो बिना परमिट हज यात्रा करने की कोशिश करते हैं। उन्हें गिरफ्तारी का सामना करना पड़ता है।
सबसे ज्यादा मरने वाले मिस्र से-
यात्रा का अनियमित रास्ता हज यात्रियों के हजारों डॉलर बचा सकता है। 2019 के बाद तेजी से लोकप्रिय हो गया, जब सऊदी ने सामान्य पर्यटन वीजा पेश किया था, जिससे यहां जाना आसान हो गया। अधिकारी ने कहा कि अनुमान के मुताबिक 4 लाख अपंजीकृत  हज यात्रियों के होने का अनुमान है। अधिकारी ने मिस्र की ओर इशारा करते हुए कहा कि लगभग सभी एक ही राष्ट्रीयता वाले हैं। रिपोर्ट के मुताबिक 650 से ज्यादा मिस्र के लोगों की मौत हुई, जिसमें से लगभग 630 के पास परमिट नहीं था।

Matloob Ansari मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर से ताल्लुक, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर से पत्रकारिता की डिग्री बीजेसी (बैचलर ऑफ जर्नलिज्म) के बाद स्थानीय दैनिक अखबारों के साथ करियर की शुरुआत की। कई रीजनल, लोकल न्यूज चैनलों के बाद जागरण ग्रुप के नईदुनिया जबलपुर पहुंचे। इसके बाद अग्निबाण जबलपुर में बतौर समाचार सम्पादक कार्य किया। वर्तमान में द त्रिकाल डिजीटल मीडिया में बतौर समाचार सम्पादक सेवाएं जारी हैं।