शनि अमावस्या -29 मार्च को... दुर्लभ सात योगों का संयोग
चैत्र कृष्ण पक्ष अमावस्या 29 मार्च शनिवार को है। शनिवार को पड़ने वाली अमावस्या को विशेष माना जाता है और इसे शनि अमावस्या कहते हैं। इस शनि अमावस्या पर शनिदेव कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि मे प्रवेश करेंगे।

चैत्र कृष्ण पक्ष अमावस्या 29 मार्च शनिवार को है। शनिवार को पड़ने वाली अमावस्या को विशेष माना जाता है और इसे शनि अमावस्या कहते हैं। इस शनि अमावस्या पर शनिदेव कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि मे प्रवेश करेंगे। इसके चलते मीन राशि मे छह ग्रहों का षटग्रही योग बनेगा। इसकी वजह से छह अन्य महत्वपूर्ण योग भी बनेंगे। विद्वानों की माने तो इन सभी योगों के महासंयोग में शनि पूजन का फल सौ गुना हो जाएगा। इन योगों पर स्नान-दान कर शनि की महादशा के निवारण के लिए नर्मदा तट पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी। कालसर्प योग के निदान के भी उपाय किए जाएंगे। अमावस्या पर पितृदोष के निवारण , पिंडदान व तर्पण करने वालों का भी नर्मदा के घाटों पर जमावड़ा लगेगा। लोग बड़ी संख्या में शनि मन्दिरों में दर्शन, पूजन व तेल अर्पित करने पहुंचेंगे।
इन शनि मन्दिरों में होगा तेल अर्पित-
नर्मदा तट पर स्थित दो शनि मंदिरों का इतिहास बहुत प्राचीन है और दूर-दराज के लोग इन मंदिरों में दर्शन पूजन करने आते हैं। लम्हेटाघाट में नर्मदा के दक्षिण तट पर 100 साल से अधिक प्राचीन शनि मंदिर है। जहां श्रद्धालु बड़ी संख्या में आते हैं। तेल अभिषेक करने आए श्रद्धालुओं की यहां लंबी कतार लगती है। वहीं तिलवाराघाट में भी नर्मदा के उत्तर तट पर शनि देव का बहुत प्राचीन और सिद्ध मंदिर है। इन शनि मंदिरों में शनि अमावस्या पर भगवान शनि का तेल अभिषेक, पूजन अर्चन और महाआरती की जाती है। इन मंदिरों के अलावा गंगासागर, गंजीपुरा, गढ़ाफाटक,बड़ा फुहारा, ग्वारीघाट, जिलहरीघाट सहित शहर में शनिदेव के कई मन्दिर हैं। शनि अमावस्या पर इन मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ेगी।
एक ही राशि मे होंगे छह ग्रह-
ज्योतिषाचार्य जनार्दन शुक्ला के अनुसार शनि अमावस्या के दिन धार्मिक कार्य करने से उसका प्रभाव कई गुना अधिक बढ़ जाता है। शनि अमावस्या पर शनि ग्रह शांति से जुड़े कुछ उपाय करने से भक्तों को सर्वाधिक लाभ मिलता है। वर्तमान स्थिति में सूर्य, बुध, शुक्र और राहु ग्रह मीन राशि में मौजूद हैं। 28 मार्च को चंद्रमा मीन राशि में प्रवेश करेगा। 29 मार्च को शनि मीन राशि में प्रवेश करेगा। इस प्रकार 29 मार्च को इस एक राशि में कुल 6 ग्रह होंगे। इसके चलते मीन राशि मे षटग्रही योग बनगा, जो बहुत दुर्लभ माना जाता है।
ये सात योग बनेंगे-
ज्योतिषाचार्यों की माने तो छह ग्रहों के इस अद्भुत संयोग के कारण 29 मार्च को सात योग एक साथ आ रहे हैं। इस दिन षटग्रही योग के साथ ही बुधादित्य, शुक्रादित्य, मालव्य, लक्ष्मी नारायण, समसप्तक व शश योग भी होंगे। इन सभी योगों का संयोजन पूजन, पितृकर्म, शुभ अनुष्ठान के लिए अति उत्तम होगा।