श्रावण मास 22 जुलाई से, 140 किलोमीटर की साइकिल यात्रा के बाद सागर के पटनेश्वर महादेव का होगा नर्मदा जलाभिषेक
भगवान शिव की आराधना के लिए कोई खास दिन नहीं होता। आरंभ, अनंत सब शिव ही है। इनकी आराधना करने के लिए बच्चों से लेकर बड़े और खास तौर पर युवा आतुर रहते हैं। 22 जुलाई से सावन मास की शुरूआत होने जा रही है।
भगवान शिव की आराधना के लिए कोई खास दिन नहीं होता। आरंभ, अनंत सब शिव ही है। इनकी आराधना करने के लिए बच्चों से लेकर बड़े और खास तौर पर युवा आतुर रहते हैं। 22 जुलाई से सावन मास की शुरूआत होने जा रही है। जिसके लिए अभी से तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इस बार सावन मास में पांच सोमवार पड़ने वाले हैं। जो की बेहद शुभ हैं। सावन मास में हर कोई अपने अंदाज में शिव की आराधना और स्तुति करता है। इसी क्रम में शहर के युवा साइकिल यात्रा कर ढाना (सागर) के पटनेश्वर महादेव बब्बा का नर्मदा के जल से अभिषेक करने वाले हैं। यह साइकिल यात्रा अपने आप में ही बेहद खास होने वाली है। शहर के लोग इस यात्रा में हिस्सा लेने के लिए काफी उत्साहित है। इसके लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुके हैं। सावन मास के दूसरे सोमवार यानी 29 जुलाई को यह यात्रा नर्मदा जी से शुरू होगी और ढाना के पट्नेश्वर महादेव मंदिर में समाप्त होगी। कहते हैं कि नर्मदा नदी युगों-युगों की साक्षी है। प्राचीनतम नदियों में से एक है। इसका धार्मिक महत्व है। इसलिए इसके जल से भगवान शिव का अभिषेक करना किसी मनोकामना पूर्ति से कम नहीं है। इस यात्रा की शुरूआत साल 2020 से की गई थी, जो लगातार जारी है। इसमें हर साल लोगों की संख्या बढ़ती ही जा रही है।
धार्मिक और प्राकृतिक महत्व का प्रतीक है साइकिल यात्रा
बोल बम नर्मदा जल अभिषेक यात्रा के सदस्य अक्षय कुमार प्यासी ने बताया कि इस यात्रा को शुरू करने का उद्देश्य मात्र यह था कि सावन मास में शिव की आराधना को कैसे खास बनाएं। इसमें भगवान शिव की आस्था के साथ ही प्राकृतिक महत्व पर भी जोर दिया। जिसके लिए साइकिल यात्रा की शुरूआत की। जिस तरह से पर्यावरण संरक्षण को लेकर कार्य किए जा रहे हैं। उसके लिए साइकिल से यात्रा करना एक सराहनीय पहल साबित हुई। लोगों को भी यह साइकिल यात्रा पसंद आई और कई लोग इससे जुड़ने लगे। यह इस यात्रा का पांचवां वर्ष है और बहुत लोग इसमें शामिल होने वाले हैं। इस नर्मदा जल अभिषेक यात्रा के जरिए पर्यावरण संरक्षण का संदेश राहगीरों को दिया जाता है। इस यात्रा का लोग जगह-जगह स्वागत करते हैं और इसमें शामिल होते हैं। जब नर्मदा के जल से पट्नेश्नर महादेव का अभिषेक होता है तो वो नजारा अद्भुत होता है। मंदिर में भक्तों का तांता लग जाता है। नर्मदा जल को हमारी संस्कृति और धर्म में बेहद खास माना गया है। यह यात्रा 140 किलोमीटर की होती है। जिसमें लोगों का उत्साह कम नहीं होता। भगवान शिव की कृपा से सभी इस यात्रा को अच्छे से पूरा करते हैं और अपनी मनोकामना लिए ढाना पहुंचे हैं।
इस यात्रा से जुड़ने के लिए यहां करें संपर्क
साइकिल यात्रा 28 जुलाई दिन रविवार सुबह 4 बजे मां नर्मदा से जल लेकर शुरू होगी। इस यात्रा से जुड़ने के लिए निधीश पांडे 9300245932, डॉ. प्रफुल पात्रीकर 9826164208, मनीष दुबे 8839743227, अक्षय कुमार प्यासी 9399783510 से संपर्क कर सकते हैं।