वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में मची भगदड़, 6 श्रद्धालुओं की मौत, 40 घायल
आंध्र प्रदेश के प्रसीद तिरुमाला हिल्स स्थित भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में वैकुंठ एकादशी उत्सव से दो दिन पहले मची भगदड़ के कारण श्रद्धालु दशहत में है।

आंध्र प्रदेश के प्रसीद तिरुमाला हिल्स स्थित भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में वैकुंठ एकादशी उत्सव से दो दिन पहले मची भगदड़ के कारण श्रद्धालु दशहत में है। भगदड़ में छह श्रद्धालुओं की जान चली गई और 40 लोग घायल हो गए।
घटना की चौतरफा आलोचना-
घटना के बाद कांग्रेस, सीपीआईएम, और वाईएसआरसीपी ने सरकार की आलोचना की और तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम बोर्ड (टीटीडी) को इस भगदड़ के लिए जिम्मेदार ठहराया। इन दलों ने भक्तों को घंटों तक इंतजार करवाने और अचानक गेट खोलने की आलोचना की।
चश्मदीद ने सुनाया आंखो-देखा हाल-
लक्ष्मी नामक एक महिला श्रद्धालु ने भी भगदड़ के अनुभव को साझा किया। उन्होंने बताया कि वह 25 साल से मंदिर आ रही थीं, लेकिन इस बार जब भगदड़ मची, तो वे बुरी तरह घबराई हुई थीं। वे कहती हैं कि अचानक लोगों ने आगे बढ़ना शुरू किया और उनके पास खड़े 10 लोग गिर पड़े। लोग पीछे से भागने लगे और कोई भी उनकी आवाज नहीं सुन रहा था, जिससे स्थिति और खराब हो गई। घटना के बाद एक और अन्य भक्त ने बताया कि वह सुबह 11 बजे मंदिर आई थीं, लेकिन गेट शाम 7 बजे खोला गया। जब पुलिस बाहर खड़ी थी, तो अंदर कोई नियंत्रण नहीं था, जिससे भगदड़ मच गई।
VIDEO | Andhra Pradesh: Devotees queue up outside Tirumala Temple in Tirupati for darshan.
At least six devotees died and dozens were injured in a stampede on Wednesday night as hundreds of them jostled for tickets for Vaikunta Dwara Darshanam at Lord Venkateswara Swamy temple… pic.twitter.com/QpYKcCZgMf — Doge Meme King (@DogeMemeKing) January 9, 2025
सरकार पर साधा निशाना-
राजनीतिक दलों ने घटना पर शोक जताते हुए सरकार पर निशाना साधा-वाईएसआरसीपी प्रमुख वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और सरकार से घायलों के इलाज की बेहतर व्यवस्था की मांग की। कांग्रेस की वाईएस शर्मिला ने तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम बोर्ड (टीटीडी) को दोषी ठहराया और घटना की तत्काल जांच की मांग की। उन्होंने मृतकों के परिवारों को मदद देने की भी अपील की। कांग्रेस के नेता कोलानुकोंडा शिवाजी ने टीटीडी के अध्यक्ष बीआर नायडू के इस्तीफे की मांग की और मृतकों के परिवारों को 50 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग की। सीपीएम के नेताओं ने कहा कि मंदिर में हर साल लाखों लोग आते हैं, लेकिन फिर भी कोई उचित इंतजाम नहीं किया गया। उन्होंने सरकार की विफलता और जिला प्रशासन की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया।