चीन को अपना दुश्मन मानना बंद करो, सैम पित्रोदा के बयान से विवाद
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सैम पित्रोदा ने हाल ही में एक बयान दिया, जिसमें उन्होंने चीन से खतरे को अधिक बढ़ा-चढ़ाकर पेश किए जाने की बात की। उनका कहना था कि भारत को अब चीन को दुश्मन मानने की मानसिकता बदलनी चाहिए।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सैम पित्रोदा ने हाल ही में एक बयान दिया, जिसमें उन्होंने चीन से खतरे को अधिक बढ़ा-चढ़ाकर पेश किए जाने की बात की। उनका कहना था कि भारत को अब चीन को दुश्मन मानने की मानसिकता बदलनी चाहिए। पित्रोदा ने कहा कि अब समय आ गया है कि हम अपने पड़ोसी देशों को पहचानें और उनका सम्मान करें। उन्होंने यह भी बताया कि भारत का दृष्टिकोण हमेशा टकराव का रहा है, जो दुश्मनी बढ़ाता है, और इसे बदलने की जरूरत है। उनका मानना था कि यह जरूरी नहीं कि हम हमेशा चीन को दुश्मन मानें, बल्कि सभी देशों के साथ अच्छे संबंध बनाए जाएं।
पित्रोदा ने आगे कहा कि हमें अब कमांड और कंट्रोल की मानसिकता से बाहर निकलना होगा। सभी देशों को एक साथ आकर सहयोग करने, संवाद बढ़ाने और मिलकर काम करने की जरूरत है। उन्होंने चीन के बढ़ते प्रभाव को स्वीकार किया, लेकिन कहा कि हमें इसे पहचानना और समझना चाहिए। पित्रोदा के मुताबिक, हर देश अपनी गति से विकास कर रहा है और इसे एक साथ देखना जरूरी है।
यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच 13 फरवरी को हुई मुलाकात के बाद आया। इस बैठक में भारत-चीन सीमा तनाव पर चर्चा हुई थी, जिसमें ट्रंप ने भारत और चीन के बीच मध्यस्थता की पेशकश की थी, जिसे भारत ने ठुकरा दिया था। भारत ने कहा कि वह अपने पड़ोसियों के साथ सभी मुद्दों को द्विपक्षीय तरीके से हल करता है, और यही चीन के मामले में भी लागू होगा।
भाजपा के प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने दी प्रतिक्रिया-
इस बयान पर भाजपा के प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने प्रतिक्रिया दी और कहा कि सैम पित्रोदा राहुल गांधी के करीबी हैं, और यह बयान उनके और कांग्रेस के चीन के प्रति नरम रुख को दिखाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी चीन और जॉर्ज सोरोस के बारे में ज्यादा बातें करते हैं और उनकी पार्टी की हमदर्दी चीन के साथ है।
भाजपा नेता अजय आलोक ने भी इस बयान पर टिप्पणी की, और कहा कि सैम पित्रोदा ने कुछ गलत नहीं कहा, क्योंकि कांग्रेस और राहुल गांधी का चीन के साथ गहरा संबंध है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राहुल गांधी और चीन का पुराना याराना है, और कांग्रेस का रुख हमेशा चीन के पक्ष में रहा है।