बड़ेरिया मेट्रोप्राइम हॉस्पिटल में चेहरे के 3 किलो के ट्यूमर का हुआ सफल ऑपरेशन

सिर्फ कल्पना की जा सकती है कि यदि चेहरे पर तीन किलो का ट्यूमर हो तो मरीज की दिनचर्या कितनी मुसीबत भरी होगी। जीवन कितना कष्टप्रद होगा। उसका हर एक पल कितना मुश्किलों भरा होगा। ऐसे ही एक गंभीर मरीज का सफल ऑपरेशन करके बड़ेरिया मेट्रोप्राइम हॉस्पिटल के कुशल डॉक्टरों ने उसे एक नई जिंदगी प्रदान कर जीवन में खुशियां बिखेर दी।

Nov 10, 2024 - 12:53
 4
बड़ेरिया मेट्रोप्राइम हॉस्पिटल में चेहरे के 3 किलो के ट्यूमर का हुआ सफल ऑपरेशन
Successful operation of tumor done in Baderia Metroprime Hospital

साल 2012 से इस बीमारी से पीड़ित 72 वर्षीय अयोध्या बारी नामक वृद्ध मरीज ट्यूमर (Tumors) के उपचार हेतु बड़ेरिया मेट्रोप्राइम अस्पताल (Baderia Metroprime Hospital) में  आया अयोध्या बारी की बीमारी की कई अस्पतालों में इलाज की प्रक्रिया चली लेकिन मर्ज बढ़ता ही जा रहा था । 2022 आते आते मरीज का पूरा चेहरा ही लगभग तीन किलो के ट्यूमर से ढक चुका था। उसे भोजन,पानी,सोने, उठने और अन्य दैनिक क्रियाओं में भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा था। मरीज के साथ उनके परिजन भी बेहद परेशान हो चुके थे।

ट्यूमर का साइज देखकर वे किसी बड़े शहर के हॉस्पिटल में ऑपरेशन (operation) करवाने का सोचने लगे थे। क्योंकि ट्यूमर का साइज देखते हुए मरीज की जान को बड़ा जोखिम भी था जिसके कारण सभी आगे पीछे हो रहे थे। मरीज भी पीड़ा के कारण निराश, हताश हो चुका था।लेकिन ये निराशा दूर होने के संकेत तब मिले जब बड़ेरिया मेट्रोप्राइम हॉस्पिटल के प्रबंधन ने परिजनों का ढांढस बंधाया और वहां के कुशल डॉक्टरों (Skilled Doctors) ने इस 3 किलो वजनी बड़े ट्यूमर की जोखिम भरी सर्जरी करने का जिम्मा लिया। तब जाकर परिजनों ने राहत की सांस ली। 

विगत दिवस मरीज के ट्यूमर का सफल ऑपरेशन, अस्पताल के  कैंसर सर्जन डॉक्टर जितेंद्र परियानी और डॉक्टर प्रशांत यादव  द्वारा सफलता पूर्वक किया गया और लगभग 12 वर्षों की दिन रात की घोर पीड़ा से मरीज को मुक्ति मिली।यह एक तरह का बेहद जटिल ऑपरेशन था जिसे सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया। मरीज के परिजनों ने अभूतपूर्व सहयोग के लिए  मेट्रो हॉस्पिटल के प्रबंधन ,स्टाफ और कुशल डॉक्टरों की टीम का हृदय से आभार व्यक्त किया है।

Matloob Ansari मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर से ताल्लुक, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर से पत्रकारिता की डिग्री बीजेसी (बैचलर ऑफ जर्नलिज्म) के बाद स्थानीय दैनिक अखबारों के साथ करियर की शुरुआत की। कई रीजनल, लोकल न्यूज चैनलों के बाद जागरण ग्रुप के नईदुनिया जबलपुर पहुंचे। इसके बाद अग्निबाण जबलपुर में बतौर समाचार सम्पादक कार्य किया। वर्तमान में द त्रिकाल डिजीटल मीडिया में बतौर समाचार सम्पादक सेवाएं जारी हैं।