mp news :राजधानी में 1800 करोड़ रुपए की MD ड्रग्स बरामद,सियासत गरमाई

पहली बार ड्रग्स माफिया पर सबसे बड़ी कार्रवाई होने पर प्रदेश की सियासत गरमा गई है। कांग्रेस ने प्रदेश सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा, कितना दुर्भाग्यजनक है कि राजधानी में ड्रग्स की फैक्ट्री चल रही है कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि बिना अधिकारियों के संरक्षण नशे का इतना बड़ा कारोबार संभव ही नहीं है |

Oct 7, 2024 - 11:13
Oct 7, 2024 - 11:16
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mp news :राजधानी में 1800 करोड़ रुपए की MD ड्रग्स बरामद,सियासत गरमाई
The biggest action against drugs mafia is Bhopal the capital of Madhya Pradesh

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal) में नशे की खेप ड्रग्स बनाने का कारोबार लंबे समय से चल रहा था,लेकिन एमपी पुलिस को कुंभकर्णी नींद मे सो रही थी। गुजरात ATS और NCB की टीम ने जब भोपाल के बगरोदा औद्योगिक क्षेत्र में किराए की फैक्ट्री में छापा मारा,तो वहा से 1800 करोड़ रुपए कीमत की ड्रग्‍स बरामद हुई है। इस पूरी कार्यवाही से गुजरात ATS ने भोपाल पुलिस को दूर रखा। कार्यवाही के बाद प्रदेश की मोहन यादव सरकार आपरेशन अंकुश के तहत लगातार कार्रवाई करने की दुहाई दे रही है। 

पहली बार ड्रग्स माफिया पर सबसे बड़ी कार्रवाई होने पर प्रदेश की सियासत गरमा गई है। कांग्रेस ने प्रदेश सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा, कितना दुर्भाग्यजनक है कि राजधानी में ड्रग्स की फैक्ट्री चल रही है कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि बिना अधिकारियों के संरक्षण नशे का इतना बड़ा कारोबार संभव ही नहीं, राजधानी में ड्रग्स की फैक्ट्री चल रही है और एमपी सरकार,पुलिस और इंटेलिजेंस विभाग सो रहा है।

6 माह से चल रही थी फैक्ट्री

राजधानी में पुलिस की नाक के नीचे नशे का पूरा कारोबार चल रहा था। साबुन बनाने के नाम पर भोपाल के कोटरा अमित चतुर्वेदी ने किराये पर कटारा हिल्स थाना क्षेत्र में बगरोदा इंडस्ट्रियल एरिया में फैक्ट्री किराये पर ली। नासिक के सान्याल बाने के साथ एमडी ड्रग्स बनाने लगा। गुजरात एटीएस व एनसीबी दिल्ली ने फैक्ट्री से 907.09 किलो एमडी ड्रग्स बरामद किया है। जिसकी कीमत 1814.18 करोड़ बताई जा रही है है। टीम ने मौके से 2 लोगों को गिरफ्तार किया है।2500 वर्गफीट के शेड में फैक्ट्री 6 माह से चल रही थी।

अमित ने साबुन बनाने की बात कहकर फैक्ट्री लीज पर ली थी। इसके बाद अमित और सान्याल फैक्ट्री में रोज 25 किलो एमडी ड्रग्स बनाने लगे। वे ड्रग्स (drugs) दूसरे राज्यों में सप्लाई करते थे। बाहर से लोगों को फैक्ट्री बंद दिखती थी। अंदर ड्रग्स तैयार की जाती थी। 

जेल से छूटने के बाद शुरू किया काम 

महाराष्ट्र के अंबोली पुलिस थाना क्षेत्र में आरोपी सान्याल बाने वर्ष 2017 में एक किलो एमडी ड्रग के साथ गिरफ्तार किया गया था। उसे पांच वर्ष की सजा हुई थी। जेल से छूटने के बाद उसने अपने पुराने दोस्त अमित प्रकाश चतुर्वेदी से संपर्क किया। दोनों ने ड्रग बनाने और बेचने का काम शुरू कर दिया। वहीं अमित इससे पहले केमिकल सप्लाई का काम करता था। गुजरात पुलिस ने अगस्त माह मे सूरत में ड्रग्स रैकेट पकड़ा था पूछताछ में नशे के सौदागरों ने देश में 4 फैक्ट्रियों में एमडी ड्रग्स बनने की जानकारी दी थी जिसमे भोपाल मे एक फैक्ट्री संचालित होने की सूचना मिली।तब गुजरात एटीएस व एनसीबी दिल्ली की टीम शनिवार को भोपाल पहुंची ओर कार्रवाई की।

क्या होता है एमडी ड्रग (drugs)

एमडी ड्रग का रासायनिक नाम मिथाइल डाइआक्सी मेथएम्फेटामीन है। यह सिंथेटिक ड्रग (drugs) है,जो टैबलेट और पावडर के रूप में मिलता है। इसका नशा लगभग छह घंटे तक रहता है। नशा करने वाले को उत्तेजना आती है। उसे आनंद आता है। आमतौर पर रईस और अय्याशों द्वारा आयोजित रेव पार्टीज में इसका इस्तेमाल होता है।