देश को मिलेगी वंदे मेट्रो ट्रेन की सौगात,16 सितंबर को पीएम मोदी पहली ट्रेन को दिखाएंगे हरी झंडी
भारतीय रेलवे गुजरात को देश की पहली वंदे मेट्रो ट्रेन का तोहफा देने जा रहा है।देश की पहली वंदे मेट्रो ट्रेन गुजरात के अहमदाबाद और भुज के बीच चलेगी।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने जन्मदिन से एक दिन यानी 16 सितंबर को पहली वंदे भारत मेट्रो ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे।
वंदे भारत एक्सप्रेस के बाद अब देश को जल्द ही ‘वंदे भारत मेट्रो ट्रेन’ की सौगात मिलने वाली है।आधुनिक और कम दूरी की वंदे भारत मेट्रो ट्रेन जल्द ही यात्रियों के लिए चालू होने जा रही है. हाल ही में वंदे भारत मेट्रो ट्रेन का ट्रायल भी सफलतापूर्वक पूरा हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने जन्मदिन से एक दिन यानी 16 सितंबर को पहली वंदे भारत मेट्रो ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे।
पहली वंदे मेट्रो ट्रेन की सौगात गुजरात को
भारतीय रेलवे गुजरात को देश की पहली वंदे मेट्रो ट्रेन का तोहफा देने जा रहा है।देश की पहली वंदे मेट्रो ट्रेन गुजरात के अहमदाबाद और भुज के बीच चलेगी।वंदे मेट्रो ट्रेन आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी. यह ट्रेन मेट्रो शहरों में चलने वाली मेट्रो ट्रेन की तरह ही है, जो दो शहरों के बीच चलेगी. यह ट्रेन पूरी तरह से वातानुकूलित होगी और 100 से 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी।
टाइम टेबल व किराया
इस ट्रेन की सेवा भुज से अहमदाबाद के बीच मिलेगी। इस ट्रेन का संचालन हफ्ते में 6 दिन ही होगा। हर सप्ताह रविवार को भुज से इसकी सेवा नहीं मिलेगी जबकि अहमदाबाद से इसकी सेवा शनिवार को नहीं मिलेगी।वंदे मेट्रो ट्रेन की किराया सूची भी जारी कर दी गई है। इसमें कम से कम किराया 30 रुपये का होगा। इस पर जीएसटी भी देय होगा। यदि आप इसमें 50 किलोमीटर की यात्रा करते हैं तो आपको 60 रुपये और जीएसटी एवं अन्य अप्लिकेबल चार्जेज देना होगा। मतलब कि एक किलोमीटर पर कम से कम 1.20 रुपये का किराया तो चुकाना भी होगा।
वंदे मेट्रो की खास बातें
आधुनिक सुविधाओं से लैस वंदे मेट्रो ट्रेन की अधिकतम गति सीमा 100 से 200 के बीच किलोमीटर प्रति घंटे होगी। जिसमें बेंच-टाइप सिटिंग अरेंजमेंट अधिकतम यात्रियों को आरामदायक सफर का लुत्फ उठाने में मदद करेगी। वंदे मेट्रो कोच में इमरजेंसी की स्थिति में ट्रेन ड्राइवर से बात करने के लिए टॉक बैक सिस्टम होगा. हर कोच में 14 सेंसर के साथ आग और धुएं का पता लगाने वाले सिस्टम लगाए गए हैं ताकि ट्रेन में किसी प्रकार के उठने वाले धुएं का तुरंत पता चल सके। दिव्यांगजनों की सुविधा के लिए कोचों में व्हील-चेयर सुलभ शौचालय की सुविधा भी रहेगी।