मध्य प्रदेश में बनेगा देश का सबसे लंबा सिक्स लेन एक्सप्रेस-वे

मप्र में देश का सबसे लंबा सिक्स लेन एक्सप्रेस वे बनने जा रहा है। नर्मदा एक्सप्रेस-वे गुजरात-छत्तीसगढ़ कॉरीडोर को जोड़ेगी।

Oct 28, 2024 - 14:40
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मध्य प्रदेश में बनेगा देश का सबसे लंबा सिक्स लेन एक्सप्रेस-वे
The country's longest six-lane expressway will be built in Madhya Pradesh

गुजरात-छत्तीसगढ़ कॉरीडोर को जोड़ेगी नर्मदा एक्सप्रेस-वे 

मप्र में देश का सबसे लंबा सिक्स लेन एक्सप्रेस वे बनने जा रहा है। नर्मदा एक्सप्रेस-वे गुजरात-छत्तीसगढ़ कॉरीडोर को जोड़ेगी। नर्मदा एक्सप्रेस-वे एक 6-लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे परियोजना है, जिसे मई, 2020 में मप्र सरकार द्वारा प्रस्तावित किया था। शुरुआत में एक्सप्रेस-वे के 906 किलोमीटर हिस्से के निर्माण को मंजूरी दी गई थी। मप्र सरकार ने एक्सप्रेस-वे के किनारे औद्योगिक क्षेत्र के विकास कार्यों की देखरेख के लिए निवेश नीति और औद्योगिक नीति विभाग को अधिकृत किया है। एक्सप्रेस-वे को प्रमुख शहरों, धार्मिक और पर्यटन स्थलों के साथ जिला मुख्यालयों को जोडऩे के लिए डिजाइन किया गया है।

देश के बीचो-बीच बसा मध्य प्रदेश पूरे देश को जोड़ने में सेतु का काम करता है। इसी सिलसिले में छत्तीसगढ़ और गुजरात को जोड़ने के लिए मप्र में सबसे बड़ा सिक्स लेन और मध्य प्रदेश की सबसे लंबी सड़क बनने जा रही है। करीब 1200 किमी से ज्यादा लंबी सड़क मध्य प्रदेश के 11 जिलों से होकर गुजरेगी और उसके निर्माण में अनुमानित 31 हजार करोड़ की लागत आएगी। नर्मदा एक्सप्रेस-वे के नाम से जाने वाली इस प्रोजेक्ट की एक किमी सड़क की लागत 25 करोड़ रुपए आंकी गयी है। ये एक्सप्रेस वे यमुना एक्सप्रेस वे से 4 गुना बड़ा होगा। इस एक्सप्रेस वे को दिल्ली वडोदरा कॉरीडोर से जोड़ा जाएगा। इतना ही नहीं, करीब 30 नेशनल हाइवे, स्टेट हाइवे और जिलों की सड़कें इस एक्सप्रेस-वे से जुड़ेगी और 12 शहर इस एक्सप्रेस वे के जरिए कनेक्ट हो जाएंगे।

11 जिले, कई शहर और कस्बे होंगे कनेक्ट-

मप्र की सबसे लंबी सड़क के तौर पर जाने जा रहे इस एक्सप्रेस वे को अनूपपुर जिले के अमरकंटक से अलीराजपुर जिले तक बनाया जा रहा है। नर्मदा एक्सप्रेस वे नर्मदा किनारे के प्रदेश के 11 जिलों जबलपुर, अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, हरदा, खंडवा, खरगोन, बड़वानी और अलीराजपुर से गुजरेगा। खास बात ये है कि 1265 किमी लंबी सडक से 30 नेशनल हाइवे, स्टेट हाइवे और जिलों की सडकें कनेक्ट हो रही है। इसके अलावा एमपी के प्रमुख 12 शहर भी इस एक्सप्रेस वे से सीधे कनेक्ट होंगे। जिन स्टेट हाईवे को इसमें शामिल किया जा रहा है, वो वर्तमान में टू लेन है। इनको भविष्य में चौड़ा कर दिया जाएगा, फिर इन्हें फोरलेन में परिवर्तित करने की तैयारी है।

देश का सबसे बड़ा सिक्सलेन-

नर्मदा एक्सप्रेस-वे इसलिए चर्चा में है, क्योंकि ये देश का सबसे लंबा सिक्सलेन है और एमपी की सबसे लंबी सड़क है। इसकी लंबाई 1265 किमी होगी। इसके निर्माण में प्रति किमी सड़क का खर्चा 25 करोड़ रुपए होगा। वैसे तो नर्मदा एक्सप्रेस वे का प्रस्ताव मई 2020 में आया था। तब इसकी लंबाई 906 किमी थी, लेकिन अब इसकी लंबाई 1265 किमी हो चुकी है। नर्मदा एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य जारी है। उम्मीद है कि तय समय 2026 में ये कार्य पूरा हो जाएगा। सड़क के दोनों तरफ 100 मीटर का राइट ऑफ भी बनाया जा रहा है।

गुजरात-छत्तीसगढ़ के लिए करेगा सेतु का काम-

नर्मदा एक्सप्रेस वे इसलिए महत्वपूर्ण है कि ये दो राज्यों गुजरात और छत्तीसगढ़ को जोड़ने सेतु का काम करेगा। यह अनूपपुर से छत्तीसगढ़ से जोड़ा जाएगा और अलीराजपुर से अहमदाबाद से जोड़ा जाएगा। दोनों राज्यों के जुड़ने से पूर्वी और पश्चिमी मध्यप्रदेश सीधे जुड़ जाएंगे। इस प्रोजेक्ट की खास बात ये है कि करीब 30 शहरों और कस्बों से कनेक्ट हो रहे एक्सप्रेस वे को ध्यान रखकर शहरों के आसपास टाउनशिप विकसित की जाएगी। इसके साथ ही एमपी में 6 जगहों पर इंडस्ट्रियल हब तैयार किए जाने की योजना है। यहां उद्योगपतियों को जमीन आकर्षक दरों पर मिलेगी और सरकार की तरफ से कई सुविधाएं दी जाएगी।

दिसंबर 2026 तक पूरा करने की डेटलाइन-

नर्मदा एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। सरकार ने इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के पूरा होने की डेटलाइन दिसंबर 2026 रखी है। इस प्रोजेक्ट की खास बात यह है कि करीब 30 शहरों और कस्बों से कनेक्ट हो रहे एक्सप्रेस-वे को ध्यान रखकर शहरों के आसपास टाउनशिप विकसित की जाएगी। इसके साथ ही एमपी में 6 जगहों पर इंडस्ट्रियल हब तैयार किए जाने की योजना है। यहां उद्योगपतियों को जमीन आकर्षक दरों पर मिलेंगी और सरकार की तरफ से कई सुविधाएं दी जाएंगी।

Matloob Ansari मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर से ताल्लुक, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर से पत्रकारिता की डिग्री बीजेसी (बैचलर ऑफ जर्नलिज्म) के बाद स्थानीय दैनिक अखबारों के साथ करियर की शुरुआत की। कई रीजनल, लोकल न्यूज चैनलों के बाद जागरण ग्रुप के नईदुनिया जबलपुर पहुंचे। इसके बाद अग्निबाण जबलपुर में बतौर समाचार सम्पादक कार्य किया। वर्तमान में द त्रिकाल डिजीटल मीडिया में बतौर समाचार सम्पादक सेवाएं जारी हैं।