डॉक्टर्स की सुरक्षा का मामला बेहद गंभीर विषय, एमपी हाईकोर्ट ने हड़ताल वापिस लेने के निर्णय की सराहना करते हुए कहा
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में अस्पतालों में चिकित्सकों की सुरक्षा से जुड़े मामले की सुनवाई एक्टिंग चीफ जस्टिस संजीव सचदेवा और विनय सराफ की डिविजन बैंच में हुई। हाईकोर्ट ने कहा कि डॉक्टर्स की सुरक्षा एक गम्भीर विषय है और इस पर विचार किया जाएगा।
द त्रिकाल डेस्क, जबलपुर।
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में अस्पतालों में चिकित्सकों की सुरक्षा से जुड़े मामले की सुनवाई एक्टिंग चीफ जस्टिस संजीव सचदेवा और विनय सराफ की डिविजन बैंच में हुई। हाईकोर्ट ने कहा कि डॉक्टर्स की सुरक्षा एक गम्भीर विषय है और इस पर विचार किया जाएगा। कोर्ट ने डॉक्टरों द्वारा हड़ताल वापिस लेने के निर्णय की सराहना की। उल्लेखनीय है कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई निर्धारित की गई है। इधर,आईएमए अध्यक्ष डॉ. अवजित विश्नोई का कहना है कि कोर्ट जो भी निर्देश या फैसला देगा, उसका सम्मान किया जायेगा।
क्या है पूरा घटनाक्रम
विगत शनिवार को हाईकोर्ट की फटकार के बाद जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल समाप्त कर दी थी। लेकिन, डॉक्टर्स ने ड्यूटी के दौरान उनकी सुरक्षा-व्यवस्था सुनिश्चित करने गुहार लगाई थी। इस पर हाईकोर्ट ने कहा था कि पहले हड़ताल समाप्त करें। इससे पहले,17 अगस्त को हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस की डिवीजन बेंच के समक्ष उपस्थित होकर जूनियर डॉक्टर के वकील महेंद्र पटेरिया ने बताया था कि देश में लगातार डॉक्टरों पर हमले हो रहे है। अस्पताल में भी डॉक्टर अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। डॉक्टर खास तौर पर लेडी डॉक्टर को अस्पतालों में ड्यूटी के दौरान ज्यादा खतरा बना रहता है।