85 किलो की शैतानी किताब से बनवाया कातिल ने टैटू
जबलपुर के डबल मर्डर केस का आरोपी मुकुल ने सरेंडर करने के बाद किए चौंकाने वाले खुलासे, कहा...ये टैटू देखकर समझ जाओ, मुझे 5 मर्डर करना था, पुलिस भी सन्न
जबलपुर के रेलवे मिलेनियम कॉलोनी हत्याकांड के मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपित मुकुल की छाती में पुलिस को एक टैटू नजर आया। इसमें पांच खोपड़ी बनी थी। पुलिस ने जब पूछा तो आरोपी का जवाब सुनके उनके रोंगटे खड़े हो गए। उसने बताया कि पांच खोपड़ी का मतलब पांच की हत्या। वह जिन पांच लोगों की हत्या करना चाहता था, उनमें पहला राजकुमार, दूसरी नाबालिग की मौसी, तीसरा उसे पूर्व में गिरफ्तार करने वाला एएसआई, चौथा कालोनी का सुरक्षाकर्मी था। उसकी पांचवीं शिकार कथित प्रेमिका होती। यह षड्यंत्र वह अपने दिमाग में तब से रच रहा था, जबसे उसकी प्रेमिका ने आरोपी मुकुल के खिलाफ छेड़छाड़ की शिकायत की थी।
क्यों की प्रेमिका के पिता की हत्या-
पुलिस पूछताछ में पता चला कि आरोपित मुकुल मृतक की नाबालिग बेटी के साथ विवाह रचाकर साथ रहना चाहता था। लेकिन राजकुमार अपनी बेटी के साथ उसका मेलजोल पसंद नहीं करते थे। इसी दौरान नाबालिग ने मुकुल के विरुद्ध छेड़छाड़ की पुलिस में शिकायत की थी। इसके बाद नाबालिग को पिता ने अपने गृह नगर इटारसी रहने के लिए भेज दिया। इसी बीच छेड़छाड़ के मामले में मुकुल भोपाल से गिरफ्तार हो गया। मुकुल के मन में प्रतिशोध की भावना और बढ़ गई। जेल से बाहर आते ही मुकुल ने अपने षड्यंत्र को अंजाम में बदलना शुरू किया। 15 मार्च की भोर वह राजकुमार और उसके बेटे की हत्या के बाद नाबालिग प्रेमिका को लेकर फरार हो गया। घटना के बाद मृतक की बेटी को लेकर वह बेंगलुरु अपने एक दोस्त के पास गया, वहीं कुल्हाड़ी भी छिपा दी। फिलहाल मुकुल सात दिन की पुलिस रिमांड में है।
जानिए...क्या है टैटू में छिपा राज-
आरोपी मुकुल की छाती पर बना टैटू कोई मामूली डिजाइन नहीं है। वो टैटू अपने पीछे एक इतिहास समेटे है। शैतानों के चित्रों वाली इस किताब को शैतानी बाइबिल भी कहा है। इस किताब के हर पन्ने पर शैतानों की डरावनी तस्वीरें बनी हुई हैं। कहा जाता है कि इस किताब को महज एक रात में लिखा गया था। इस रहस्यमयी शैतानी किताब को कोडेक्स गिगास के नाम से भी जाना जाता है। इस किताब को दुनिया की सबसे खतरनाक किताब माना गया है। इसके बारे में आज तक यह पता नहीं चल पाया है कि इसे किसने और क्यों लिखा है। शैतानी तस्वीरों वाली किताब के लेखक का नाम कभी उजागर नहीं हुआ है। फिलहाल यह किताब स्वीडन के पुस्तकालय स्वीडन लाइब्रेरी में सुरक्षित रखी हुई है।
इस अजीबो-गरीब किताब के पन्नों में बने शैतानी चित्र का डिजाइन है आरोपी मुकुल की छाती पर बने टैटू का। यही वो किताब है जिसको पढ़ने और देखने से शैतानी रास्ते पर चलने की प्रेरणा मिलती है। ये किताब काला जादू का जखीरा है। इस किताब के पीछे यह कहानी प्रचलित है कि 13वीं सदी में एक संन्यासी ने अपनी मठवासी प्रतिज्ञाओं को तोड़ दिया था, जिसके बाद उसे दीवार में जिंदा चुनवा देने की सजा सुनाई गई थी। इस कठोर दंड से बचने के लिए उसने महज एक रात में एक ऐसी किताब लिखने का वादा किया, जो सभी मानव ज्ञान सहित मठ को हमेशा के लिए गौरवान्वित करे। कहा जाता है कि यह शैतान की सबसे बड़ी किताब है। एक ऐसी किताब, जिसकी पास भी पहुंचे तो उसका दिमागी संतुलन बिगड़ गया, पागल हो गया या उसकी जान चली गई। एक ऐसी किताब जिसमें लिखे हुए शब्द, कई चश्मदीद हैं, जिनका कहना है कि जब उन्होंने किताब को पढ़ना शुरू किया तो वो अक्षर हवा में तैरते हुए नजर आए और उन अक्षरों में शोले थे, आग थी।
मुकुल और रहस्यमयी किताब-
85 किलो वजनी इस किताब को उठाने में कम से कम दो लोगों की जरूरत पड़ती है। आरोपी मुकुल की छाती पर बने टैटू की डिजाइन इस शैतानी किताब से ही लिया गया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि मानसिक रूप से बीमार मुकुल इस किताब के बारे में अच्छी तरह जानता था। शायद इसलिए तो इस किताब में मौजूद शैतानी डिजाइन को अपनी छाती पर बनवा रखा था।