जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना के पुत्र के अंतिम संस्कार में उमड़ा शहर
कलेक्टर दीपक सक्सेना के बेटे अमोल सक्सेना की मौत की खबर जिसने भी सुनी स्तब्ध रह गया। सोमवार की शाम पांच बजे ग्वारीघाट में अमोल का अंतिम संस्कार किया गया।
कलेक्टर दीपक सक्सेना के बेटे अमोल सक्सेना की मौत की खबर जिसने भी सुनी स्तब्ध रह गया। सोमवार की शाम पांच बजे ग्वारीघाट में अमोल का अंतिम संस्कार किया गया। जिसमें प्रशासनिक अफसरों से लेकर शहर के जनप्रतिनिधियों और नागरिकों की भीड़ उमड़ पड़ी। हालांकि इससे पहले पोस्टमार्टम भी किया गया।
सूत्रों के अनुसार अमोल सक्सेना की मौत कार्डियक अटैक से हुई है। हालांकि अभी विस्तृत पीएम रिपोर्ट आने का इंतजार है।
काल ने दीपक के कुलदीपक को छीना...
महज़ दो दिन पहले जबलपुर के कलेक्टर साहब की कार्यशैली और उनके द्वारा शिक्षा माफिया के खिलाफ़ छेड़े गए अभियान की पोस्ट डालते समय कोई सोच भी नहीं सकता था कि उनके पुत्र के लिए श्रद्धांजलि की ख़बर लिखनी पड़ेगी, उन्हें सांत्वना देनी पड़ेगी। जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना के पुत्र अमोल सक्सेना का रविवार को सिफ़र् 21 वर्ष की उम्र में दिल्ली में निधन हो गया। प्राथमिक रूप से हीटस्ट्रोक के कारण निधन होना बताया जा रहा है। दिल्ली एम्स में पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के पश्चात ही असल कारणों का पता चलेगा।
दीपक सक्सेना अपनी जनहितकारी नीतियों के चलते जबलपुर की जनता में काफ़ी लोकप्रिय हो चुके हैं। उनके द्वारा उठाये जा रहे कठोर निर्णयों के बीच अचानक ऐसी कुठाराघात वाली ख़बर निश्चित रूप से अत्यंत दुखदाई है..
इस दुख की सांत्वना के लिए कोई शब्द शायद बने ही नहीं, नियति के सामने मनुष्य बेबस है, लेकिन इस शहर के सभी संवेदनशील नागरिकों के भाव और भावनायें दोनों सक्सेना परिवार के साथ हैं..
काल ने दीपक के कुलदीपक को छीना है, जो अमोल था..ज़्यादा शब्द नहीं हैं मेरे पास, बस श्रद्धा से सजल नेत्र हैं और नियति के इस आकस्मिक निर्णय के सामने विवशता है।
श्रद्धांजलि..? शान्ति
अमित चतुर्वेदी की फेसबुक वॉल से...