लातों के भूत बातों से नहीं मानते, दंगाई डंडे से ही समझेंगे- मुख्यमंत्री योगी 

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद और 24 परगना जिले के भांगड़ इलाके में हाल ही में भड़की हिंसा के बाद प्रशासन का कहना है कि स्थिति अब नियंत्रण में है।

Apr 15, 2025 - 15:21
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लातों के भूत बातों से नहीं मानते, दंगाई डंडे से ही समझेंगे- मुख्यमंत्री योगी 
Those who are used to kicks don't listen to words, rioters will only learn with sticks - Chief Minister Yogi

बंगाल हिंसा पर CM योगी की तीखी प्रतिक्रिया

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद और 24 परगना जिले के भांगड़ इलाके में हाल ही में भड़की हिंसा के बाद प्रशासन का कहना है कि स्थिति अब नियंत्रण में है। हालांकि, इस मुद्दे को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने मुर्शिदाबाद की घटनाओं पर सख्त लहजे में बयान दिया और कहा कि दंगाइयों को समझाने के लिए सख्ती जरूरी है।

सीएम योगी का तीखा बयान

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि “लातों के भूत बातों से नहीं मानते, दंगाई डंडे से ही समझेंगे। जिन्हें बांग्लादेश पसंद है, वे वहीं चले जाएं।” उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य जल रहा है और मुख्यमंत्री चुप बैठी हैं। दंगाइयों को ‘शांतिदूत’ कहकर बचाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि ‘सेक्युलरिज्म’ के नाम पर अराजक तत्वों को खुली छूट दी जा रही है और राज्य सरकार मूकदर्शक बनी हुई है।

अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा पर बोले योगी-

सीएम योगी ने पश्चिम बंगाल में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई। उन्होंने वहां की अदालत का धन्यवाद करते हुए कहा कि न्यायालय के आदेश से अब केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है ताकि हिंसा से प्रभावित हिंदू समुदाय की रक्षा हो सके। उन्होंने कहा कि कांग्रेस, सपा और टीएमसी जैसी पार्टियां इस मुद्दे पर चुप हैं जबकि लोगों को धमकियां दी जा रही हैं। अगर किसी को बांग्लादेश इतना पसंद है, तो वह भारत छोड़कर वहीं चला जाए, देश पर बोझ क्यों बना हुआ है?

हरदोई में सीएम योगी की जनसभा

सीएम योगी मंगलवार, 16 अप्रैल को उत्तर प्रदेश के हरदोई में मौजूद थे, जहां उन्होंने 650 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली 729 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।

क्या था बंगाल हिंसा का कारण- 

मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी थी। सड़कों पर जले हुए वाहन, लूटे गए शॉपिंग मॉल्स और फार्मेसी में तोड़फोड़ के दृश्य देखने को मिले। हालात इतने बिगड़ गए कि रविवार को पूरा इलाका बंद रहा – सड़कें सूनी थीं, दुकानें शटर डाउन थीं और लोग अपने घरों में बंद रहे।

इस पूरे घटनाक्रम ने राजनीतिक माहौल को और गर्मा दिया है और देशभर में इस पर चर्चाएं तेज हो गई हैं।