फर्जी दस्तावेजों से वाहन फाइनेंस कराने वाले गिरफ्तार
पुलिस ने कुछ माह पहले मकानों की फर्जी रजिस्ट्री के जरिये करोड़ों का लोन फायनेन्स कराने वालों का एक गिरोह दबोचा था। आरोपी अभी भी जेल में बंद है।

- एसटीएफ ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार
- 21 वाहन बरामद
द त्रिकाल डेस्क, जबलपुर। पुलिस ने कुछ माह पहले मकानों की फर्जी रजिस्ट्री के जरिये करोड़ों का लोन फायनेन्स कराने वालों का एक गिरोह दबोचा था। आरोपी अभी भी जेल में बंद है। उसी तर्ज पर फर्जी दस्तावेजों के जरिये वाहन फायनेन्स कराने वाले एक बड़े गिरोह का एसटीएफ ने पर्दाफाश किया है। जिसमें एसटीएफ ने तीन लोगों का पकड़ा है। साथ ही लाखों रूपये की कीमत के दोपहिया वाहन आरोपियों से बरामद किये हैं। एसटीएफ अधिकारी ने बताया कि शहर में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर वाहन फायनेन्स कराने वाला एक गिरोह लंबे से काम रहा है। जो कम पढ़े लिखे लोगों को झांसे में लेकर उनके दस्तावेज इक_े करता और वाहन फायनेन्स कराकर ग्रामीण इलाकों में बेच देता था। दस्तावेज धारकों को इस फर्जीवाड़े की भनक तक नहीं लगी।
रांझी में फर्जीवाड़ा-
रांझी थाना क्षेत्र निवासी गीता कुशवाहा की शिकायत के बाद इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। गीता ने बताया कि प्रशांत कुशवाहा और उसके एक परिचित ने लोन दिलाने का झांसा देकर उनके दस्तावेज लिये थे। लोन तो नहीं हुआ वाहन फायनेन्स हो गये।
मोबाइल फायनेन्स कराने पहुंची तो चला पता-
गीता ने बताया कि जब वह एक दुकान मोबाइल फायनेन्स कराने पहुंची तो दुकान संचालक ने बताया कि दस्तावेज सर्च कर बताया कि उनके नाम से एक वाहन फायनेन्स है। तब उसने अपने परिचित से बात की तो उसने गोलमोल जवाब दिये। जिसके बाद थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
मुख्य तीन आरोपी गिरफ्तार-
जानकारी के अनुसार एसटीएफ की कार्रवाइ्र में गिरफ्तार हुए आरोपियों में प्रशांत कुशवाहा, इंद्रजीत कुशवाहा और प्रवीण सोनी शामिल हैं। गिराहे का सरगना प्रशांत है जो लोगों को लोन दिलाने के नाम फंसाता था इंद्रजीत दस्तावेज का फर्जीवाड़ा करता। धनौरा में ज्वेलर्स शॉप चलाने वाला प्रवीण सोनी वाहनों को ग्रामीण इलाकों में बेचता था। इस गिरोह के जांच में एसटीएफ ने 21 दोपहिया वाहन जप्त किये हैं। जिनकी कीमत 25 लाख रूपये बताई जा रही है। साथ ही बड़ी संख्या में फर्जी दस्तावेज भी बरामद किये गये हैं।