UP में बवाल,जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा में चार की मौत
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के संभल जिले में रविवार को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई। उग्र भीड़ ने सर्वे टीम पर पथराव किया और कई वाहनों में आग लगा दी। तनावपूर्ण हालात को देखते हुए संभल को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया।
संभल जिले में रविवार को शाही जामा मस्जिद (Jama Masjid) के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा में मुरादाबाद (Moradabad) के डिवीजनल कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने चार लोगों की मौत की पुष्टि की। इसके नाम नईम, बिलाल और नौमान बताए गए।
सपा (SP) के सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने दावा किया कि पुलिस ने भीड़ पर गोली चलाई। इस मामले में पुलिस का कहना है कि भीड़ की ओर से फायरिंग की गई थी। इसके जवाब में पुलिस को भी फायरिंग करनी पड़ी। सुबह 11 बजे सर्वे खत्म कर टीम बाहर निकली तो भीड़ ने तीन तरफ से पथराव किया।
यह है विवाद की जड़
कैलादेवी मंदिर के महंत ऋषिराज गिरी महाराज ने दावा किया था कि संभल की शाही मस्जिद हरिहर मंदिर हैं। उन्होंने 19 नवंबर को सिविल कोर्ट में याचिका दायर कर सर्वे की मांग की। कोर्ट ने 7 दिन में सर्वे कराने का आदेश दिया था। हिंदू पक्ष ने अदालत में दावा किया कि मस्जिद को मुगल शासक बाबर के आदेश पर हिंदू मंदिर के स्थान पर बनाया गया था। हालांकि संभल के इतिहास पर 'तारीख-ए-संभल' किताब लिखने वाले मौलाना मोईद का कहना है कि बाबर ने इस मस्जिद की मरम्मत कराई थी।
सर्वे पूरा, कोर्ट में 29 को पेश होगी रिपोर्ट
डीएम राजेंद्र पेन्सिया ने बताया कि मस्जिद का सर्वे मंगलवार को शुरू किया गया था। रविवार को यह पूरा हो गया। टीम को सुरक्षित जगह पहुंचा दिया गया। सर्वे टीम के वकील विष्णु शंकर जैन ने बताया कि सुबह दस बजे तक कमीशन की कार्रवाई हुई। इस दौरान वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की गई। रिपोर्ट 29 नवंबर को कोर्ट में पेश (Court) की जाएगी।