महाकुंभ के नाम पर दर्ज होंगे तीन नए विश्व कीर्तिमान 

महाकुंभ अपने आप में बेहद खास हो चुका है। जहां एक तरफ 45 करोड़ लोगों के महाकुंभ में पहुंचने की संभावना कुंभ शुरू होने से पहले ही जताई गई थी। यह रिकॉर्ड कुंभ के समाप्त होने से पहले ही टूट चुका है। यहां पर अब तक 58 करोड़ लोग स्नान कर चुके हैं। यह आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। क्योंकि अभी एक शाही स्नान शिव रात्रि पर होना बाकी है। इसी के साथ ही यहां 25 और 26 फरवरी को तीन नए विश्व रिकॉर्ड स्थापित करने की तैयारी की जा रही है। आस्था, आधुनिकता और भव्यता का प्रतीक बना महाकुंभ 2025 इन नए तीन विश्व कीर्तिमानों के साथ इतिहास में सुनहरे अक्षरों के साथ लिखा जाएगा। 

Feb 21, 2025 - 15:47
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महाकुंभ के नाम पर दर्ज होंगे तीन नए विश्व कीर्तिमान 
Three new world records will be registered in the name of Maha Kumbh

महाकुंभ अपने आप में बेहद खास हो चुका है। जहां एक तरफ 45 करोड़ लोगों के महाकुंभ में पहुंचने की संभावना कुंभ शुरू होने से पहले ही जताई गई थी। यह रिकॉर्ड कुंभ के समाप्त होने से पहले ही टूट चुका है। यहां पर अब तक 58 करोड़ लोग स्नान कर चुके हैं। यह आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। क्योंकि अभी एक शाही स्नान शिव रात्रि पर होना बाकी है। इसी के साथ ही यहां 25 और 26 फरवरी को तीन नए विश्व रिकॉर्ड स्थापित करने की तैयारी की जा रही है। आस्था, आधुनिकता और भव्यता का प्रतीक बना महाकुंभ 2025 इन नए तीन विश्व कीर्तिमानों के साथ इतिहास में सुनहरे अक्षरों के साथ लिखा जाएगा। 

तीन नए वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की है तैयारी 

महाकुंभ में 24 व 25 फरवरी को तीन विश्व रिकॉर्ड बनने जा रहे हैं। इसमें पहला रिकॉर्ड 15 हजार सफाई कर्मियों द्वारा 10 किलोमीटर तक सफाई अभियान चलाकर बनाया जाएगा। यह रिकॉर्ड 24 फरवरी को पूरा किया जाएगा। 25 फरवरी को 10 हजार हैंड प्रिंटिंग और उसी दिन 550 शटल बसों के संचालन का रिकॉर्ड बनेगा। इसके अलावा ई-रिक्शा संचालन के स्थान पर शटल बसों का रिकॉर्ड बनाया जाएगा।  इस रिकॉर्ड को बनाने में विलंब हुआ है। पहले यह रिकॉर्ड 14 फरवरी से 17 फरवरी के बीच बनना था, लेकिन इस दौरान कुंभ में काफी भीड़ थी। जिसके कारण रिकॉर्ड नहीं बनाया जा सका। सिर्फ एक दिन रिकॉर्ड बन पाया। जिसमें 300 सफाईकर्मियों ने नदी की सफाई की थी। यह रिकॉर्ड 14 फरवरी को बनाया गया था। 

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम 22 को पहुंचेगी प्रयागराज 

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम 22 फरवरी को इन तीन रिकॉर्ड्स को मान्यता देने के लिए पहुंचने वाली है, और इन्हीं के सामने ये रिकॉर्ड बनेंगे। प्रयागराज मेला विकास प्राधिकरण ने इसके लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं। 2019 के कुंभ में भी तीन विश्व रिकॉर्ड बने थे। वहीं, 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ में अब तक 58 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं।

2019 में बना था एक विश्व रिकॉर्ड 

2019 में भी एक विश्व रिकॉर्ड बना था, जब 10 हजार सफाई कर्मचारियों ने एक साथ झाड़ू लगाकर रिकॉर्ड स्थापित किया था। अब, इसी माह 24 तारीख को 15 हजार सफाई कर्मचारी गंगा घाट पर 10 किलोमीटर तक सफाई अभियान चलाएंगे। इस बार प्रयागराज मेला विकास प्राधिकरण नया इतिहास रचने के लिए इस पुराने रिकॉर्ड को तोड़ने जा रहा है।