जब तक नीतीश-नायडू की कृपा, तब तक सरकार, भाजपा पर खूब बरसे दिग्विजय सिंह
मध्य प्रदेश के जबलपुर पहुंचे राज्यसभा सदस्य और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पहले सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान भाजपा पर जमकर निशाना साधा। इसके बाद हाईकोर्ट परिसर पहुंचे चुनाव और ईवीएम संबंधी याचिका दायर करने की प्रक्रिया में शामिल हुए। वहां से लौटकर शहर के सिविक सेंटर इलाके में नीट और नर्सिंग परीक्षा के विरोध में आयोजित युकां के आंदोलन में मंच से आरएसएस पर जमकर प्रहार किया।
द त्रिकास डेस्क, जबलपुर।
राज्यसभा सांसद एवं मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आज कहा कि मप्र के विधानसभा चुनाव में लाड़ली बहना जैसी योजना की पहले से घोषणा करना कांग्रेस की गलती थी। भाजपा ने योजना को चुरा लिया और उसी समय लागू कर दिया। जबलपुर आगमन पर कांग्रेस के दिग्गज नेता मीडिया से रूबरू थे। उन्होंने पीएम नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुये कि उन्हें मणिपुर जाने की फुरसत नहीं मिल रही है, जबकि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने वहां जाकर अपनी संवेदनशीलता का परिचय दिया है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में सरकारी पौधारोपण भ्रष्टाचार का पर्याय बनते जा रहे हैं। राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने कहा कि 400 का नारा देने वाले 250 भी पार नहीं कर पाए, ये साफ संकेत है कि भाजपा उतार पर है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार और मोदी की कुर्सी दोनों ही नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू की कृपा टिकी हुई हैं और जब तक ये समर्थन है तभी तक सरकार रहेगी, उसके बाद क्या होगा, ये वक्त ही बताएगा।
महान व्यक्ति है प्रदीप जोशी
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने सरकार के भ्रष्टाचार पर तंज कसते हुये कि व्यापमं से लेकर नीट तक सबके पीछे एक महान व्यक्ति का हाथ है,जिसका नाम है प्रदीप जोशी। एक के बाद आरोपों में घिरने के बाद भी जोशी लगातार परीक्षा संचालित कराने वाली संस्थाओं के अहम पदों पर बैठे हुये हैं,ऐसा क्यों है, ये जवाब भाजपा को देना ही चाहिए। उन्होंने कहा कि नर्सिंग घोटाले में मंत्री विश्वास सारंग शामिल है। मेडिकल यूनिवर्सिटी के चांसलर और पदाधिकारी भी शामिल हैं,लेकिन किसी को बाल भी बांका नहीं हो रहा।
अयोध्या में मुआवजा क्यों नहीं दिया
श्री सिंह ने कहा कि अयोध्या में भाजपा के नेता बेतहाशा जमीनें खरीद रहे हैं,लेकिन जिनके मकान तोड़े गये, उन्हें मुआवजा क्यों नहीं दिया,ये ऐसा सवाल है,जिसकी गूंज दूर तक सुनाई दे रही है। मध्यप्रदेश में भी बीजेपी नेताओं की ठेकेदारों के साथ पार्टनरशिप है। गुजरात के ठेकेदारों को बड़े प्रोजेक्ट दिए जा रहे हैं और फिर वे ठेकेदार पेटी कांट्रेक्ट पर काम किसी और को दे रहे हैं। जो गरीबी समाप्त करने का दावा कर रहे हैं वे ही 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज दे रहे हैं, ये विरोधाभाष कब समाप्त होगा।
चुनाव संबंधी याचिका दायर करने हाईकोर्ट पहुंचे
नगर आगमन के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि ईवीएम की पारदर्शिता को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की तैयारी है। उन्होंने कहा कि बीते लोकसभा चुनाव में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन नहीं किया गया। इसलिए टेक्निकल ग्राउंड्स पर याचिका दायर कर रहा हूं।
कॉनक्लेव पर भी किया तंज
जबलपुर में आगामी 20 जुलाई को आयोजित हो रही रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव को लेकर बोले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि मध्य प्रदेश में परसेंटेज ऑफ एम यू फॉर इन्वेस्टमेंट मात्र 7 प्रतिशत है। प्रदेश में होने वाली इन्वेस्टर सबमिट मार्ग फोन एक्सचेंज और भाईचारा स्थापित करने का एक अवसर मात्र है। बड़े-बड़े अधिकारी और बड़े-बड़े निवेशक या उद्योगपति आपस में अपने संबंधों को मजबूत करते हैं।
पौधारोपण अभियान पर सियासत का आरोप
राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने कहा कि रिकॉर्ड बनाने के लिए पौधे लगवाने और गड्ढे करवाना यही भ्रष्टाचार का तरीका है। बीजेपी राजनीति में जनसेवा के लिए नहीं बल्कि धनसेवा के लिए आती है। अयोध्या में बीजेपी के नेताओं ने जमीनें खरीदी है, जबकि जिन लोगों के मकान तोड़े गए है उन्हें मुआवजा नहीं मिला है। मध्यप्रदेश में बीजेपी नेताओं के हर काम में पार्टनरशिप हैं।
आरएसएस माइंडगेम खेलती है
सर्किट हाउस से हाईकोर्ट परिसर और उसके बाद नगर निगम सदन में धरने पर बैठे कांग्रेस पार्षदों से मुलाकात करने के बाद सिविक सेंटर में आंदोलन कर रहे युकां नेताओं के बीच पहुंचे दिग्विजय सिंह ने आरएसएस को आड़े हाथों लिया। मंच से राज्यसभा सदस्य ने कहा कि आरएसएस माइंड गेम खेलती है।