बेपटरी हुए ओवरनाइट के दो डिब्बे, बड़ा हादसा टला
इंदौर से चलकर जबलपुर आने वाली (22191) ओवरनाइट एक्सप्रेस के दो कोच शनिवार की सुबह जबलपुर रेलवे स्टेशन के पास पटरी से उतर गए। डिब्बे जब बेपटरी हुए तब ट्रेन की स्पीड 20 किलोमीटर प्रति घण्टे थी और वो प्लेटफॉर्म नम्बर 6 की ओर आ रही थी।
रेलवे की चार सदस्यीय टीम ने की जांच शुरू,अप ट्रेक की गाड़ियों को इटारसी में रोका गया,ट्रैक की मरम्मत में जुटा स्टाफ
जबलपुर।
इंदौर से चलकर जबलपुर आने वाली (22191) ओवरनाइट एक्सप्रेस के दो कोच शनिवार की सुबह जबलपुर रेलवे स्टेशन के पास पटरी से उतर गए। डिब्बे जब बेपटरी हुए तब ट्रेन की स्पीड 20 किलोमीटर प्रति घण्टे थी और वो प्लेटफॉर्म नम्बर 6 की ओर आ रही थी। इनमें एक पार्सल और एक एसी कोच है। यदि स्पीड ज्यादा होती तो ये हादसा बेहद गम्भीर हो सकता था। घटना के बाद चार सदस्यीय जाँच कमेटी का गठन किया गया है। ट्रेन के मुसाफिर पूरी तरह से सुरक्षित हैं, लेकिन, हादसे के वक्त ट्रेन में दहशत फैल गयी थी। इधर रेलवे का अमला ट्रैक की मरम्मत में जुट गया है। घटना से अप ट्रैक बाधित हुआ है।
-जीएम बंदोपाध्याय मौके पर पहुंची
जानकारी मिलते ही पश्चिम-मध्य रेलवे की महाप्रबंधक शोभना बंदोपाध्याय मौके पर पहुंचीं। उन्होंने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। महाप्रबंधक ने चार सदस्यीय अधिकारियों की जांच टीम गठित कर दी है। जांच रिपोर्ट तीन दिन में पेश करने के लिए कहा गया है। डी-रेल हुए डिब्बों को उठाकर रेल कोचिंग डिपो में पहुंचा दिया गया है। घटना को लेकर पायलट और लोको पायलट से भी पूछताछ की जा रही है।
-तेज आवाज ने डरा दिया था
ट्रेन के यात्रियों ने बताया कि ट्रेन जबलपुर प्लेटफॉर्म की तरफ आ रही थी तब कुछ इस तरह के झटके लगे जैसे बहुत तेजी से ब्रेक लगा हो।तेज आवाज ने सबको डरा दिया था। यात्रियों को कुछ समझ में आता, तब तक ट्रेन खड़ी हो चुकी थी। हालांकि, कुछ देर बाद ही पता लग चुका था कोई हादसा हो गया है। इसके बाद ट्रेन काफी देर तक खड़ी रही। कुछ देर बाद जब कोच से उतरकर बाहर देखा तो दो डिब्बे पटरी से उतरे हुए थे।
-ट्रैक जल्द ठीक हो जाएगा:रेलवे
पश्चिम मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हर्षित श्रीवास्तव का कहना है कि ट्रैक जल्द ही दुरुस्त कर लिया जाएगा। कुछ देर के लिए जरूर इटारसी से जबलपुर आने वाली ट्रेन को मदन महल स्टेशन पर रोका गया है। उल्लेखनीय है कि मदन महल से जबलपुर रेलवे स्टेशन आते वक्त मुख्य रेलवे स्टेशन के आउटर पॉइंट पर हुई यह घटना पहली बार नहीं है। इससे पूर्व इस पॉइंट पर कई ट्रेन पटरी से उतर चुकी हैं। बावजूद इसके इस पॉइंट को अभी तक नहीं सुधारा गया है। पॉइंट में तकनीकी खामी को एक बार फिर रिकॉर्ड में लिया गया है।