मध्यप्रदेश में इस माह होंगे वीवीआईपी दौरे, मोदी के साथ अन्य बड़े नेता भी करेंगे शिरकत 

मध्य प्रदेश में आने वाले दिनों में कई वीवीआईपी दौरे प्रस्तावित हैं, जिन्हें लेकर प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। सबसे पहले 11 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अशोकनगर का दौरा करेंगे।

Apr 10, 2025 - 16:08
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मध्यप्रदेश में इस माह होंगे वीवीआईपी दौरे, मोदी के साथ अन्य बड़े नेता भी करेंगे शिरकत 
VVIP visits to Madhya Pradesh this month other big leaders will also participate along with Modi


मध्य प्रदेश में आने वाले दिनों में कई वीवीआईपी दौरे प्रस्तावित हैं, जिन्हें लेकर प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। सबसे पहले 11 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अशोकनगर का दौरा करेंगे। इसके बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गड़करी भी राज्य के दौरे पर रहेंगे। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी भोपाल और छतरपुर का दौरा कर चुके हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 11 अप्रैल को होने वाले अशोकनगर दौरे की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। श्री आनंदपुर धाम में सभी प्रमुख इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं, जबकि शेष व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने का कार्य तेजी से जारी है। इस दौरान पीएम मोदी परमहंस अद्वैत मत के प्रमुख महात्मा शब्द प्रेमानंद जी समेत अन्य संतों से मुलाकात करेंगे। वे धाम में चल रहे सेवा कार्यों की जानकारी लेंगे और आनंद सरोवर में पुष्प अर्पित करेंगे। प्रधानमंत्री सभी चारों मंदिरों के दर्शन करेंगे और विशाल सत्संग हॉल में आयोजित कार्यक्रम में श्रद्धालुओं को संबोधित भी करेंगे।

केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी 10 अप्रैल को धार में 4303 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली विभिन्न सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे। इन परियोजनाओं में प्रमुख रूप से ग्वालियर पश्चिमी बायपास (1227 करोड़), संदलपुर-नसरुल्लागंज बायपास (1426 करोड़), राहतगढ़-बरखेड़ी बायपास (330 करोड़) और सागर बायपास (688 करोड़) शामिल हैं।

वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मध्य प्रदेश के दौरे पर रहेंगे। वे 13 अप्रैल को भोपाल और 17 अप्रैल को नीमच पहुंचेंगे। भोपाल में वे सहकारिता व्यवस्था की समीक्षा करेंगे और डेयरी विकास से संबंधित महत्वपूर्ण समझौतों पर चर्चा करेंगे। इसके साथ ही मंदसौर, दमोह, मुरैना और नरसिंहपुर में होने वाले एग्रोविजन कार्यक्रमों में भाग लेंगे, जिनमें कृषि और उससे जुड़े विभाग सक्रिय रूप से शामिल होंगे।