विजिलेंस ने पकड़ा लेकिन रेलवे अफसर नहीं कर रहे कार्रवाई
पश्चिम मध्य रेल मुख्यालय जबलपुर की विजीलेंस टीम पिछले कुछ दिनों से काफी सक्रियता दिखा रही है।

इटारसी स्टेशन के बुकिँग काउँटर में मिला था साढ़े चार लाख का घपला
द त्रिकाल डेस्क, जबलपुर।
पश्चिम मध्य रेल मुख्यालय जबलपुर की विजीलेंस टीम पिछले कुछ दिनों से काफी सक्रियता दिखा रही है। कुछ दिन पूर्व ही सिंगरौली के बरगवाँ स्टेशन के समीप गोंदवाली साइडिंग से एक रैक अवैध कोयला जब्त किया गया। इसके ठीक बाद विगत दिनों पमरे के इटारसी स्टेशन के बुकिँग काउँटर में अचानक जाँच किए जाने के दौरान शासकीय राशि का मिलान किया गया तो उसमें करीब साढ़े चार लाख रुपए कम पाए गए, जिसमें मुख्य बुकिँग पर्यवेक्षक की संलिप्तता की बात सामने आई। आश्चर्य की बात तो यह है इन दोनों मामलों में मंडल स्तर से तो कोई कार्रवाई नहीं हुई मगर पमरे मुख्यालय के अधिकारियों की चुप्पी भी रहस्यमय बनीं हुई है। शासकीय रकम में गड़बड़ी के बाद संबंधितों के खिलाफ एफआईआर होना तो दूर नोटिस तक जारी नहीं किए गए है, जिसको लेकर पूरे पमरे मुख्यालय में तरह-तरह की चर्चाएं व्याप्त है। इस मामलें िवस्तृत कार्रवाई जानने सीपीआरओ हर्षित श्रीवास्तव से संपर्क करने का प्रयास किया गया मगर उनसे संपर्क नहीं हो सका है।
-विजिलेंस को नहीं मिल रहा क्लू
गौरतलब है कि 6 दिसंबर को पश्चिम मध्य रेल मुख्यालय की विजीलेंस टीम द्वारा यह कार्रवाई की गई थी। इस कार्रवाई के बाद कुछ लोगों की संलिप्तता के बारे में मंडल के अधिकारियों के साथ ही पमरे मुख्यालय के अधिकारियों को भी अवगत कराया गया है। चर्चा तो यह है कि जबलपुर मंडल के बुकिंग काउँटर में हजार- दो हजार रुपए कम मिलने के मामलें में जहाँ संंबंधित का तबादला करने के साथ ही उसके विरूद्ध एसएफ-5 तक कार्रवाई की गई है वहीं इटारसी स्टेशन में इतनी बड़ी रकम में हेराफेरी होने का मामला सामने आने के बाद भी संंबंधितों के खिलाफ अब तक कोई एक्शन नहीं लिया गया है। जिससे पमरे के अधिकारियों की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे है वहीं विजीलेंस टीम भी हतोत्साहित नजर आ रही है।
- स्टेशनों पर रखी जा रही नजर
इस मामलें में जबलपुर मंडल के कामर्शियल विभाग की मुस्तैदी काफी नजर आ रही है। इटारसी स्टेशन में जिस दिन यह मामला पकड़ में आया उसी दिन से जबलपुर मंडल के बड़े स्टेशनों के बुकिंग काउँटरों में कामर्शियल विभाग की टीम ने नजर रखना शुरू कर दिया है। बताया जाता है कि सतर्कता बरतने हर काउँटरों की समय-समय पर जाँच कराई जा रही है और गोपनीय तरीके से भी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा आकस्मिक छापा कार्रवाई के लिए अलग से टीम तक गठित की गई है।