विनेश फोगाट को तगड़ा झटका, फाइनल से पहले ही हुई बाहर

पेरिस ओलंपिक 2024 में महिला कुश्ती 50 किग्रा स्पर्धा के फाइनल मुकाबले से पहले पहलवान विनेश फोगाट को तगड़ा झटका लगा है। उन्हें अधिक वजन के कारण फाइनल मुकाबले से पहले अयोग्य घोषित कर दिया गया है।

Aug 7, 2024 - 16:15
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विनेश फोगाट को तगड़ा झटका, फाइनल से पहले ही हुई बाहर
Vinesh Phogat gets a big shock, out even before the final

जानिए क्या है कुश्ती के लिए वजन मापने के नियम 

पेरिस ओलंपिक 2024 में महिला कुश्ती 50 किग्रा स्पर्धा के फाइनल मुकाबले से पहले पहलवान विनेश फोगाट को तगड़ा झटका लगा है। उन्हें अधिक वजन के कारण फाइनल मुकाबले से पहले अयोग्य घोषित कर दिया गया है। मंगलवार को उन्होंने सेमीफाइनल में क्यूबा की लोपेज गुजमान को 5-0 से हराया था। वह ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला पहलवान बनीं थीं।
भारतीय ओलंपिक संघ ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि विनेश फोगाट को वजन ज्यादा होने की वजह से अयोग्य घोषित कर दिया गया है। संघ ने कहा कि भारतीय दल को इस बात का दुख है कि महिला कुश्ती के 50 किलोग्राम वर्ग से विनेश फोगट को अयोग्य घोषित कर दिया गया है। रात भर टीम द्वारा किए गए बेहतरीन प्रयासों के बावजूद, आज सुबह उनका वजन 50 किलोग्राम से कुछ ग्राम अधिक था। इस समय दल द्वारा कोई और टिप्पणी नहीं की जाएगी। भारतीय दल आपसे विनेश की निजता का सम्मान करने का अनुरोध करता है। वह मौजूदा प्रतियोगिताओं पर ध्यान केंद्रित करना चाहेगा।

सेमीफाइनल में दिखाजा था जबरदस्त टशन-

मंगलवार को खेले गए मुकाबले में विनेश पहले राउंड तक 1-0 से आगे थीं। फिर आखिरी तीन मिनट में उन्होंने क्यूबा की पहलवान पर डबल लेग अटैक किया और चार पॉइंट अर्जित किए। इस बढ़त को उन्होंने अंत तक बनाए रखा और फाइनल में जगह बनाई। विनेश का इस ओलंपिक में सफर शानदार रहा है। सेमीफाइनल से पहले उन्होंने क्वार्टर फाइनल में यूक्रेन की लिवाच उकसाना को 7-5 से हराया था।

फाइनल में अमेरिका की इस पहलवान से होना था मुकाबला

फाइनल में विनेश का अमेरिका की सारा एन हिल्डब्रांड से मुकाबला होना था। अमेरिका की इस पहलवान ने टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। वे विश्व चैंपियनशिप में दो रजत और दो कांस्य मेडल भी जीत चुकी हैं। 

मां से किया था गोल्ड जीतने का वादा-

फाइनल के लिए क्वालिफाई करने के बाद विनेश ने अपनी मां से वीडियो कॉल के जरिए बात की थी। विनेश अपनी मां और परिवारवालों से बात करते हुए स्वर्ण पदक जीतने का वादा किया था। हालांकि, अब वह इस मुकाबले से बाहर हो गई हैं। 

महावीर फोगाट ने दिया बयान-

भारतीय पहलवान विनेश फोगटा के पेरिस ओलंपिक में अयोग्य घोषित होने पर उनके चाचा महावीर फोगट ने कहा कि मेरे पास कहने को कुछ नहीं है। पूरे देश को गोल्ड की उम्मीद थी... नियम तो हैं लेकिन अगर कोई पहलवान 50-100 ग्राम ज़्यादा वज़न का है तो उसे खेलने की अनुमति दी जाती है। मैं देश के लोगों से कहूंगा कि निराश न हों, एक दिन वो ज़रूर मेडल लाएगी... मैं उसे अगले ओलंपिक के लिए तैयार करूंगा।

पीएम ने की पीटी उषा से बात-

पीएम मोदी ने भारतीय ओलंपिक संघ अध्यक्ष पीटी उषा से इस मुद्दे पर चर्चा की उनसे इस मुद्दे पर प्रत्यक्ष जानकारी मांगी तथा विनेश की हार के बाद भारत के पास क्या विकल्प हैं, इस बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने विनेश के मामले में मदद के लिए सभी विकल्पों पर विचार करने को कहा। उन्होंने पीटी उषा से विनेश की मदद के लिए उनकी अयोग्यता के बारे में कड़ा विरोध दर्ज कराने की भी बात कही।

विनेश आप चैंपियनों में चैंपियन:पीएममोदी 

विनेश फोगाट के अयोग्य घोषित होने पर पीएम मोदी ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट कर फोगाट को चैंपियन बताया है। पीएम ने लिखा कि विनेश आप चैंपियनों में चैंपियन हैं! आप भारत का गौरव हैं और हर भारतीय के लिए प्रेरणा हैं। आज की असफलता दुख देती है। काश मैं शब्दों में उस निराशा को व्यक्त कर पाता जो मैं अनुभव कर रहा हूं। साथ ही, मैं जानता हूँ कि आप लचीलेपन की प्रतिमूर्ति हैं। चुनौतियों का सामना करना हमेशा से आपका स्वभाव रहा है। और मजबूत होकर वापस आओ! हम सब आपके लिए प्रार्थना कर रहे हैं।

ओलंपिक कुश्ती के लिए वजन के नियम क्या हैं?

किसी कुश्ती संघ द्वारा जो नाम भेजे गए हैं, उनमें तभी परिवर्तन संभव है अगर किसी एथलीट को गंभीर चोट आ जाती है, लेकिन उसके लिए उस कुश्ती संघ को मेडिकल सर्टिफिकेट देना होता है। साथ ही यह संबंधित भारवर्ग के प्रतियोगिता के दिन कम से कम 12 घंटे पहले यह करना संभव है। इसके बाद कोई बदलाव नहीं हो सकता है। इस समय के बाद कोई भी परिवर्तन स्वीकार नहीं किया जाएगा। सभी प्रतियोगिताओं के लिए, संबंधित भार-श्रेणी के लिए प्रत्येक सुबह भार मापा जाता है। वजन मापने का कार्यक्रम और मेडिकल चेकअप 30 मिनट तक रहता है। आमतौर पर कुश्ती के मुकाबले दो दिन में खत्म हो जाते हैं। ऐसे में अगले दिन सिर्फ वही पहलवान भार मपवाने आते हैं, जो या तो रेपेचेज में हैं या फिर फाइनल में पहुंच चुके हैं। अगले दिन भार मापने का कार्यक्रम करीब 15 मिनट तक चलता है।
-किसी भी पहलवान का भार तब तक नहीं मापा जाएगा, जब तक उसने पहली सुबह मेडिकल जांच नहीं कराई है। पहलवानों को मेडिकल जांच में उपस्थित होना होगा। 
-उनके साथ उनका लाइसेंस और मान्यता प्रमाण पत्र भी होना चाहिए।
-भार मापने के लिए एथलीट सिर्फ एक सिंगलेट जर्सी में होना चाहिए, जो वह मैच के दौरान पहनकर आएगा-आएगी। योग्य चिकित्सकों द्वारा जांच किए जाने के बाद जो पहलवान किसी संक्रामक बीमारी से जूझ रहा है, उसे डिस्क्वालिफाई कर दिया जाएगा। 
-सिंगलेट के लिए कोई वजन सहिष्णुता की अनुमति नहीं दी जाएगी। प्रतियोगियों को सही शारीरिक स्थिति में होना चाहिए, उनके नाखूनों को बहुत छोटा कटा होना चाहिए। पूरे वजन मापने की अवधि के दौरान, पहलवानों को अधिकार है, प्रत्येक बारी-बारी से, जितनी बार चाहें उतनी बार अपना भार मपवा सकते हैं।
-भार मापने के लिए जिम्मेदार रेफरी को यह जांचना चाहिए कि सभी पहलवान उस श्रेणी के अनुरूप वजन के हैं, जिसमें उन्हें प्रतियोगिता के लिए दर्ज किया गया है। वे अनुच्छेद 5 की सभी आवश्यकताओं को पूरी करते हैं या नहीं। साथ ही अगर वह एथलीट किसी गलत जर्सी में मैट पर उतरता है तो सामने वाले खिलाड़ी को इस बारे में आगाह किया जा सके।
-रेफरी एक ऐसे पहलवान को तौलने से मना कर देंगे जिसने सही कपड़े नहीं पहने हैं। वेट-इन के लिए जिम्मेदार रेफरी को ड्रॉ के परिणाम प्राप्त होंगे और उन्हें केवल उन एथलीटों को नियंत्रित करने की अनुमति होगी जो इस सूची में हैं।
-यदि कोई एथलीट भार मापने के कार्यक्रम (दोनों दिन) में भाग नहीं लेता है या असफल होता है, तो उसे प्रतियोगिता से बाहर कर दिया जाएगा। उस एथलीट को कोई रैंक भी नहीं दिया जाएगा। यदि कोई एथलीट पहले दिन अपनी प्रतियोगिता के दौरान घायल हो जाता है, तो उसे दूसरे दिन भार मापने के लिए उपस्थित रहने की आवश्यकता नहीं होगी और उसका रैंक जारी रहेगा। उदाहरण के तौर पर विनेश कल तीनों मैच खेलने के बाद चोटिल होतीं और तो आज उन्हें भार मापने के दौरान उपस्थित नहीं रहना पड़ता और अगर वह फाइनल में नहीं उतरतीं तो उन्हें रजत पदक मिलता।