वक्फ बोर्ड हो सकता है सनातन बोर्ड क्यों नहीं, मशहूर कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर का बयान 

बेंगलुरु में आयोजित मंदिर अधिवेशन के उद्घाटन समारोह में कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने बड़ा बयान दिया है।

Jan 4, 2025 - 16:42
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वक्फ बोर्ड हो सकता है सनातन बोर्ड क्यों नहीं, मशहूर कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर का बयान 
Waqf Board can exist, why not Sanatan Board, statement of famous story teller Devkinandan Thakur

बेंगलुरु में आयोजित मंदिर अधिवेशन के उद्घाटन समारोह में कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जब वक्फ बोर्ड हो सकता है तो सनातन बोर्ड क्यों नहीं हो सकता? कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने एक बार फिर मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने और सनातन बोर्ड की स्थापना के लिए अपनी आवाज उठाई।

सरकार को मंदिरों से मिलते हैं करोड़ों-

देवकीनंदन ठाकुर ने मंदिर को सरकार के कंट्रोल से मुक्त करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि तिरुपति बालाजी मंदिर से राज्य सरकार को हर साल 500 करोड़ रुपये दिए जाते हैं लेकिन इस राशि का इस्तेमाल धर्म परिवर्तन और प्रसाद में मिलावट के लिए किया गया। देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि सनातन बोर्ड नहीं बना तो जब सरकारें बदलेंगी तो मंदिरों में संरक्षण करना मुश्किल हो जाएगा, जिस तरह आज सम्भल में हालात हैं, वैसे हालात वापस भी आ सकते हैं। हिंदुओं को मंदिरों की रक्षा के लिए माला के साथ साथ भाला भी उठाना होगा और किसी भी हालत में देश के शंकराचार्य की अध्यक्षता में सनातन बोर्ड का गठन करना होगा।

बुलाई थी सनातन धर्म की संसद-

नवंबर 2025 में कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने सनातन धर्म संसद बुलाई थी। इस धर्म संसद में शामिल होने के लिए तमाम बड़े नेताओं जैसे मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, जेपी नड्डा, अखिलेश यादव को भी निमंत्रण भेजा गया था। देवकीनंदन ठाकुर सनातन बोर्ड का गठन करने की मांग कर रहे थे। इस धर्म संसद में वक्फ बोर्ड की तर्ज पर सनातन बोर्ड के गठन की मांग की जा रही है। लव जिहाद-गौहत्या और कृष्ण जन्मभूमि भी इस धर्म संसद का एजेंडा थे।